नवादा : बिहार-झारखंड सीमा पर रजौली प्रखंड क्षेत्र में नववर्ष के आगमन एवं बसंत नवरात्र के शुभ असवर पर हरदिया पंचायत की पुनर्वास नगर हरदिया में मां दुर्गा का भव्य कलश शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। कलश शोभायात्रा सुबह 7 बजे मंदिर परिसर से निकली एवं फुलवरिया डैम पहुंच माता के भक्तों ने कलश में जल भरकर पुनः मंदिर परिसर पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों बच्चों एवं महिलाओं के साथ पुरुष मौजूद रहे।
मां दुर्गा मंदिर के पुजारी अनंत पाण्डेय ने बताया कि नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है। मां शैलपुत्री पर्वतों के राजा हिमालय की पुत्री मानी जाती हैं और उन्हें नंदी पर सवार, त्रिशूल धारण किए हुए देवी के रूप में पूजा जाता है। मां शैलपुत्री की आराधना के लिए श्रद्धालुओं द्वारा “ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः“ मंत्र का जाप किया गया।इस मंत्र का जाप करने से जीवन में स्थिरता, मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ता है।वहीं मां शैलपुत्री को घी से बने व्यंजन अत्यधिक प्रिय होते हैं।
मान्यता है कि घी का भोग अर्पित करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।नवरात्रि के पहले दिन का शुभ रंग लाल होता है।यह रंग शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।इस दिन लाल वस्त्र पहनने से सकारात्मकता में वृद्धि होती है और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।इस दौरान प्रधान पुजारी रंजीत कुमार के साथ अन्य पांच सहयोगियों पुजारियों के सहयोग से पूजन कार्य आरंभ किया ।
मौके पर बजरंग दल के संयोजक सह रामनवमी पूजा समिति के अध्यक्ष अनुज कुमार, सचिव अजय पंडित, कोषाध्यक्ष संतोष कुमार के साथ अभी सक्रिय सदस्य बब्लू पंडित, दिनेश साव, सूरज कुमार,प्रकाश पांड्या, रूपेश कुमार,करण कुमार, विशाल कुमार, रंजीत कुमार, चंदन कुमार,रत्नेश कुमार, जयशंकर कुमार, राजन कुमार, अनु रंजन कुमार, नरेश पंडित, सुमित कुमार के साथ सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
भईया जी की रिपोर्ट