नवादा : जिले के हर महकमे में फैले भ्रष्टाचार की गूंज अब विधान परिषद में सुनायी पड़ने लगी है। ऐसा माननीय द्वारा किया जा रहा है। अखबारों व सोशल मीडिया में छपी खबरों पर भले ही संज्ञान न लिया जाय लेकिन मामला जब माननीयों का होगा वह भी विधानमंडलों में तब तो संज्ञान सुनिश्चित है। सो कुछ मामला इसी प्रकार का है।
नौकरी का जब अंतिम पड़ाव हो और अधिकाधिक पैसे की चाहत न हो भला ऐसा कैसे हो है। पैसे की कमाई नियमानुसार काम कर हो नहीं सकती सो नियमों के विरुद्ध नर्सों का डिपटेशन किया। इससे भी मन नहीं भरा तो चिकित्सकों का करने लगे। ऐसे में जिसका हुआ वो खुश, जिसका नही हुआ वो नाखुश। इन कार्यों के लिए उपर खुश नहीं किया तो ——।
पानी जब सर से उपर चल जाय और बचाव में असमर्थ हो जाय तब कुछ न कुछ होना तय है। सो विधान परिषद सदस्य अशोक कुमार ने मामला संज्ञान में लिया और विधान परिषद गूंज उठा। जब विधान परिषद में मामला उठा तब तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी गयी। ऐसे में अब जांच व निष्कर्ष का इंतजार हर किसी को रहेगा। मेरा तो का सिर्फ सूचना लोगों तक पहुंचाना है। वह भी प्रमाण के साथ सो कर रहा हूं।
भईया जी की रिपोर्ट