नवादा : कतिपय कुछ पत्रकारों की नजर में सुपर कार्प थानाध्यक्ष रहे संजीत राम के सुपर फ्लॉप काले कारनामे की जांच होनी तय हो गयी है। ऐसा विधान परिषद में नवादा एमएलसी श्री अशोक कुमार द्वारा संपत्ति की जांच की जांच की मांग के कारण हो सकेगा। मामले को विधान परिषद (विधानमंडलीय बजट सत्र 2025 प्रश्नावली) में रखी गयी थी। उन्होंने अपने सवाल में गृह विभाग से थाना प्रभारी संजीत राम पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूछा।
क्या गृह मंत्रालय बतलाने की कृपा करेंगे
नवादा जिले के सिरदला थाना प्रभारी संजीत राम के द्वारा शराब एव बालू माफियाओं से मिलकर शराब एवं बालू पास कराकर अवैध वसूली किया करते है? साथ ही साथ निर्दोष लोगों को प्रताड़ित किया करते है? ऐसी परिस्थिति में आमलोगों के साथ किसी प्रकार का समस्या होती है तो वह थाना जाने से डर जाया करते क्यों कि थाना प्रभारी के निर्देश पर बिना जांच पड़ताल के मनगढ़ंत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज देतें हैं। और तो और स्थानीय पत्रकारों को थाना परिसर में प्रवेश पर रोक लगा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के बेबाक व निष्पक्ष लेखनी की धार को कुंद करने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
विधान परिषद के निवेदन समिति से सिरदला थाना प्रभारी संजीत राम के चल अचल संपत्ति की जांच की मांग किए जाने के बाद एमएलसी अशोक कुमार के निवेदन संख्या – 1/209/450 के आलोक में बिहार पुलिस मुख्यालय के कार्मिक एवं कल्याण प्रभाग के संचिका संख्या 41-4-211-2025/496 दिनांक 24 मार्च 2025 ने अपर पुलिस महानिदेशक,आर्थिक अपराध इकाई बिहार, पटना व पुलिस महानिरीक्षक मगध क्षेत्र गया व पुलिस अधीक्षक नवादा को सूचनार्थ किया गया है।
सभी प्रश्नों के जवाब में हार्ड कॉपी के साथ साथ सॉफ्ट कॉपी अतिशीघ्र बिहार पुलिस के जीमेल पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। बताते चलें कि इनके थाना प्रभारी कार्य काल में शराब कारोबारी, भूमाफिया ,बालू माफिया के साथ गठजोड़ की बातें आए दिन सुर्खियों में रही है। आखिर हो क्यों न जिनके ऊपर, ऊपर वाले का हाथ हो तो सब जायज होता है।
स्थानीय लोगों की मानें तो थाना प्रभारी की अगर संपत्ति की जांच होती है तो चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं । क्यों कि इनके कार्यकाल में सिरदला थाना क्षेत्र में सभी गैर कानूनी काम इनके नियम से जो चलता था। कहावत था ना अर्थात था भी और ना भी वाली कहावत चरितार्थ थी। इनके कार्यकाल में थाना क्षेत्र के कई निजी व्यक्ति थाना कार्यालय के कर्मियों के आवास में रह कर 24 घंटे ड्यूटी किया करते थे,जहां खाना और सोना सब मुफ्त था।
सभी प्रकार के नियम विरुद्ध कार्य इन्हीं लोगों के जिम्मे हुआ करता था। थाने का वो दलाल जिस पर शराब ,बालू के कई मुकदमे दर्ज थे होली में थाना परिसर में थानाध्यक्ष के साथ डांस का वीडियो वायरल होने के बावजूद अबतक एसपी ने जांच तक कराना मुनासिब नहीं समझा। उल्टे अकबरपुर के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर पंकज कुमार सैनी का तबादला कर अनि संजीत राम को पदस्थापित कर पुरस्कृत करने का काम किया है। ऐसे में आरोपी के थानाध्यक्ष रहते निष्पक्ष जांच हो भी पायेगी इसमें संदेह है।
भईया जी की रिपोर्ट