नवादा : ईद आने में अभी एक सप्ताह भर का समय शेष है। बावजूद मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने खरीदारी शुरू कर दी है। बाजार की रौनक बढ़ती जा रही है। देर रात तक खरीदारी जारी है। कपड़ों से लेकर लुंगी-गंजी और जूते आदि की खरीदारी ने रफ्तार पकड़ ली है। लच्छा-सेवई के साथ ही शीरमाल, बाकरखानी, शाही टुकड़ा आदि की खरीदारी जमकर हो रही है। किराना दुकानों में सर्वाधिक भीड़भाड़ दिख रही है जबकि घर-घर में ईद को लेकर तैयारियां चल रही है। अपने जरूरत की खरीदारी लोग इफ्तार के बाद देर शाम से शुरू कर रहे हैं और देर रात तक घरों को लौट रहे हैं। कपड़ों के बाजार के साथ ही आम जरूरतों का बाजार भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। देर रात तक मुस्लिम धर्मावलम्बी घर की महिलाओं और बच्चों के साथ खरीदारी करने में मशगूल दिख रहे हैं।
कुर्तों का बाजार जोरों पर
ईद को लेकर कुर्तों का बाजार बूम पर है। ईद पर कुर्तों की सबसे ज्यादा जरूरत के कारण इसकी खरीदारी के बेहतर आसार हैं। एक से बढ़ कर एक डिजायनर कुर्ते बाजार में उतारे गए हैं। शहर स्थित विभिन्न मॉल में ब्रांडेड कुर्तों की बड़ी रेंज उतारी गयी है जो लोगों को लुभा रही है। शहर के कई मॉल में तो खरीदारी के साथ ही उपहारों की बरसात भी की जा रही है, इसलिए लोगों को आम के आम गुठलियों के दाम वाला मज़ा रहा है। सबसे खास बात, कुर्तों के दाम ऐसे रखे गए हैं कि लोगों की खरीदारी का उत्साह दोगुना है। लखनवी कुर्ता 200-700 रुपये, मुम्बई का कुर्ता 500-800 रुपये, शेरवानी कोलकाता 800-1000 रुपये, बच्चे का शेरवानी 500-1000 रुपये, अद्धी का कुर्ता 150-400 रुपये, लखनवी चिकेन सेट 250-500 रुपये की दर पर बेचे जा रहे हैं। यह रेंज लोग खूब पसंद कर रहे हैं। इत्र-मजमूआ के बाजार में छा रही है
अरब की खुश्बू
साफ और स्वच्छ रह कर रोजा रखने के नियम के तहत लोग इत्र और मजमूआ का भी इस्तेमाल करते हैं। इस कारण खुश्बू का बाजार बहुत बढ़िया रहने के आसार हैं। मुस्लिम रोड स्थित विक्रेता अतीकुज्जमां ने बताया कि इत्र-मजमूआ के बाजार में अरब की खुश्बू छा रही है। वहां के इत्र भी बाजार में उतारे गए हैं। दुबई के खासे महंगे इत्र बुलुम की कीमत 15 एमएल में 2200 रुपये, उद इत्र 10 एमएल के 1100 रुपये, सऊदी अरब के इत्र धना की कीमत 10 एमएल के 750 रुपये में उपलब्ध हैं। अलिफ लैला 12 एमएल शीशी के इत्र की कीमत 700 रुपये है। अतर मजमूआ और क्रेजी इत्र 35-70 रुपये, आईस ब्लू व मुश्क अम्बर 50-90, इत्र फुल व हयाती 90-100 रुपये की दर पर बिक रहे हैं। एरे मैग्नेट 130, व्हाईट उद 220, मोखल्लस तैयबा 170 रुपये और असील इत्र 150 से 350 रुपये की दर पर बिक रहे हैं।
खजूर की बिक्री में उफान
बाजारों में ईरानी, अरबी से लेकर देसी खजूर का बड़ा स्टॉक उतारा गया है। आम तौर पर 90 रुपये से 275 रुपये की दर पर खजूर बाजार में उपलब्ध हैं। लोग अपनी हैसियत के मुताबिक खजूर खरीद रहे हैं। खजूर रोजे के दौरान सबसे ज्यादा जरूरी चीजों में शुमार है। इसकी बिक्री रमजान माह के पहले दिन से ही जारी है। इफ्तार व सेहरी में सबसे अधिक मांग इसी की रहती है। शर्बत और खजूर से ही लगभग सभी रोजेदार रोजा खोलते हैं, इसलिए इसकी बिक्री जम कर हो रही है। दुकानदार बताते हैं कि जितनी बिक्री हो रही है, उस से कहीं अधिक खपत की गुंजाइश अब भी है।
सूरमे की मांग भी कम नहीं
सूरमे की मांग भी अच्छी खासी रहती है। बाजारों में ईद के मद्देनजर कई अलग-अलग किस्म का सूरमा उपलब्ध कराया गया है। फुटपाथ पर दुकान लगा कर बैठे एक विक्रेता अब्दुल ने बताया कि सूरमा नूर-ए-नजर 8-15 रुपये, सूरमा ममिरा 10-15 रुपये और सूरमा खूजाती 15-20 रुपये की दर पर उपलब्ध है। लोग इसकी खरीदारी कर रहे हैं। नमाज के वक्त सूरमा लगाने की एक परम्परा सी है जिसके तहत लोग अच्छे किस्म का सूरमा खरीद रहे हैं। ईद के रोज की नमाज पढ़ने की परम्परा को लेकर सूरमा की बिक्री जोर पकड़ रही है।
भईया जी की रिपोर्ट