नवादा : जिले के नारदीगंज के पड़रिया व पकरीबरावां थाना क्षेत्र के सिन्दुआरा गांव का मामला शांत भी नहीं हुआ कि रजौली पुलिस की काली करतूतों का वीडियो वायरल होने लगा है। अभियुक्त को गिरफ्तार करने गयी पुलिस ने महिलाओं पर लाठियां भांजी है। इस बार प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस खुद फंस गयी है। 06 मार्च को थाने की पुलिस कांड संख्या 21/25 के नामजद फरार अभियुक्त रुपेश कुमार के घर देर शाम करिगांव पहुंची। गिरफ्तारी के क्रम में महिलाओं पर लाठियां चटकाई। खुद को फंसता देख पुलिस पर हमला करने की प्राथमिकी पीटीसी 292 जयप्रकाश चौधरी के बयान पर कांड संख्या 102/25 दर्ज करा दिया जिसमें गिरफ्तार अभियुक्त समेत पिता को नामजद अभियुक्त बनाया है।
खुद फंस गयी पुलिस
दर्ज प्राथमिकी में स्पष्ट है कि गिरफ्तार करने गयी पुलिस बल में कोई महिला पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थी। नियमत: किसी के घर में प्रवेश करने के पूर्व महिला पुलिस कर्मी रहना अनिवार्य है। पुलिस खुद स्वीकार कर रही है कि कमरे में खाट के नीचे छिपे अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। जाहिर है पुलिस के कृत्य का विरोध महिलाएं करेंगी ही ऐसे में महिलाओं पर लाठियां चटकाई गयीं।
पुलिस अधीक्षक ने सिंदुआरा मामले में आरोपियों को क्लीनचिट दे दी है लेकिन रजौली के मामले में वे क्या कहेंगे? वैसे वायरल वीडियो जिसकी मैं पुष्टि नहीं करता सबकुछ कह रही है। अब गेंद एकबार फिर पुलिस कप्तान के पास है जिसका इंतजार हर किसी को रहेगा। वैसे जिले में पुलिस महानिदेशक का आदेश जिसमें कहा गया है गिरफ्तारी के लिए पहुंचने से पूर्व से लेकर अंतिम तक पुलिस को विडियोग्राफी कराना अनिवार्य है लेकिन ऐसा किया नहीं जा रहा है।
भईया जी की रिपोर्ट