नवादा : जिले में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है। बावजूद भ्रष्टाचार से संबंधित प्रमाण के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मामले में अधिकारियों द्वारा संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। भ्रष्टाचार के मामले में हम किसी से कम नहीं की नीति अपनाई जा रही है। इसी को लेकर बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल द्वारा पैनी निगाह रखी जा रही है।
ताज़ा मामला पूर्व डीएम से जुड़ा है जिन्होंने अवकाश ग्रहण के चंद दिनों पूर्व रेबड़ी की तरह शस्त्र लाइसेंस जारी किया। जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने पूर्व डीएम आशुतोष कुमार वर्मा के कार्यकाल में निर्गत शस्त्र लाइसेंस की सूची की मांग की है। डीएम कार्यालय द्वारा इसके एवज में जो सूचना उपलब्ध करायी गयी उसे किसी परिस्थिति में न्यायोचित नहीं कहा जा सकता।
वैसे आरटीआई में दरवाजे बंद नहीं होते सो प्रथम अपील दायर की गयी है। लेकिन अबतक का अनुभव यही कहता है कि अधिकारी जुर्माना देना पसंद करते हैं लेकिन दस्तावेज नहीं। इस प्रकार के एक नहीं कई उदाहरण हैं जिसमें अधिकारियों ने जुर्माना राशि जमा करायी है। बहरहाल इतना तो स्पष्ट है कि जिला प्रशासन के हर कार्यालय चाहे डीएम कार्यालय हो या फिर पुलिस कार्यालय भ्रष्टाचार सर चढ़कर बोल रहा है।
भईया जी की रिपोर्ट