नवादा : नगर की मजलिस-उल-उलमा वल उम्माह फाउंडेशन की ओर से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मजलिस-उल-उलमा वल उम्माह फाउंडेशन, जिला के पदाधिकारियों द्वारा गरीबों, मिस्कीनो ,जरूरतमंदों रोजेदारों की पहचान के बाद रमजान किट का वितरण किया जाएगा। तैयारियों को लेकर रणनीति अपनायी जा रही है।इसके लिए एक अहम बैठक मजलिस उलेमा के कार्यालय इमामबाड़ा गली अंसार नगर नवादा में हुई। अध्यक्षता मौलाना वसी अहमद सलाफी एवं निजामत प्रो अतीक अहमद ने की। संगठन के कार्यालय सचिव इनायतुल्लाह कासमी ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक किट 1500 रुपये की होगी, जिसमें खजूर, चना, आटा, चावल, चना दाल, तेल, चीनी, नमक, चूड़ा, तले, लड़व बिस्कुट, सुइयां, लच्छा, बेसन, चायपत्ती, मसूर दाल एवं अखाद्य वस्तुएं शामिल होंगी।
जिस गांव में रमजान किट देने का निर्णय लिया जाएगा, वहां के प्रभारी को फोन कर इसकी जानकारी दी जाएगी। छह रमजान तक राशि एकत्रित कर ली जाएगी। बैठक में हाजी सनाउल्लाह डूमरी ने 1500 रुपये नकद दिया, साजिद हुसैन अमावान ने 5 हजार रुपये ऑनलाइन दिया।
जिला के मजलिस उलमा वल उम्माह के अध्यक्ष मौलाना मास्टर वसी अहमद सलाफी ने कहा कि शाबान के अंत में पैगंबर मोहम्मद सल ललला हूं अलैहि वसल्लम ने साथियों को एक वाक्य में संबोधित किया जिसमें उन्होंने यह कहा कि रमजान का महीना दयालुता का महीना है और अपने अलावा दूसरों के प्रति दयालुता का व्यवहार करना, दूसरों के साथ सहयोग करना है। सहारा बनना कमजोरों और जरूरतमंदों की मदद करना है। इस महीने में रोजा रखने से अमीर लोगों को गरीबों और जरूरतमंदों के प्रति सहानुभूति का गुण और भावना पैदा होती है।
मजलिस उलेमा के उपाध्यक्ष मौलाना जहांगीर आलम कादरी ने उन सभी लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया जिन्होंने पिछले साल वित्तीय सला के साथ रमजान किट के लिए दान किया था। सचिव अतीक अहमद ने कहा कि नबी करीम (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की दरियादिली रमजान में तेज हवाओं की तरह हर घर पहुंचती थी हमें भी इस सुन्नत को अपनाना चाहिए, नबी धन इकट्ठा करते थे कि जब रमज़ान आएगा तो वे दूसरों की ज़रूरतमंदों की मदद करेंगे, इसलिए हमारी ज़िम्मेदारी बनती है कि हम अपने गाँव में गरीबों की पहचान करें और उनके इफ्तार और सुहर का आयोजन करें।
उन्होंने मुसलमानों से आर्थिक सहयोग देने की अपील की ताकि अधिक से अधिक लोग गरीबों, जरूरतमंदों के प्रति सहानुभूति रख सकें. मजलिस उल उलमा वल उम्माह के महासचिव हाजी सनाउल्लाह डुमरी ने कहा कि जो लोग व्यक्तिगत तौर पर किट बांटते हैं, वे यहां सामूहिक वितरण में शामिल हो जाएं तो उनके लिए बहुत अच्छी बात है, उपरोक्त लोगों के अलावा एडवोकेट रकीब खान, जावेद अख्तर, हाजी वसीम बक्सवती, इरशाद बल्खी, मौलाना अजमल कादरी, हाजी सैयद अस्फहान( लडडो), मास्टर कमरुद्दीन, हाजी जुबैर चोननू, हसनैन शाहिद, डॉ. अब्दुल वाहिद, साजिद हुसैन बैठक में भाग लेने वाले प्रमुख लोग थे। शुरुआत इनायतुल्लाह कासमी द्वारा पवित्र कुरान पाठ से हुई और मौलाना जहांगीर आलम कादरी की दुआ के साथ समाप्त हुई।
भईया जी की रिपोर्ट