नवादा : बिजली और पानी की समस्या को लेकर जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र के भलुआही बाजार में सोमवार को ग्रामीणों ने कौआकोल-रोह मुख्य पथ को सुबह साढ़े 4 बजे से दोपहर साढ़े 11 बजे तक जाम रखा। भलुआही बाजार को भी शांतिपूर्ण बंद कराया गया। जाम के कारण पथ पर वाहनों का परिचालन ठप रहने से यातायात सेवा पूरी तरह से बाधित हो गई। लोग भीषण गर्मी और कड़ी धूप में पैदल चलने पर विवश हो गए। इस दौरान ग्रामीणों ने पीएचईडी तथा बिजली विभाग के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन, मुखिया, जिला परिषद सदस्य, विधायक एवं सांसद के विरुद्ध जमकर आक्रोश जताया।
ग्रामीणों का कहना था कि इस तरह की भीषण गर्मी में भी उन लोगों के समक्ष बिजली तथा पानी की समस्या बिकराल बनी हुई है। शिकायत करने पर कोई भी अधिकारी बीडीओ, सीओ, बिजली विभाग के जेई तथा एसडीओ से लेकर मुखिया, जिला परिषद सदस्य, स्थानीय विधायक के अलावा सांसद तक कोई कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। विधायक के नजदीकी लोगों द्वारा रोज फेसबुक तथा टीम ग्रुप पर मैसेज छोड़ा जा रहा है कि आज फलां गांव में 100 केवीए का ट्रांसफार्मर विधायक जी के द्वारा लगाया गया, आज फलां जगह पर पावरग्रिड बनाने का निर्णय लिया गया, पर कहां लगा यह सिर्फ उनका खास और विधायक जी ही जानते हैं। धरातल पर कुछ नहीं दिखता और सब झूठे साबित हो रहे हैं।
बिजली की स्थिति यह है कि 24 घंटों में महज एक से दो घंटे वह भी निर्वाध रुप से नहीं कभी दस मिनट तो कभी पांच मिनट देकर बिजली काट दी जाती है, जबकि वोल्टेज भी पूरी तरह से लो रहता है, जिसके कारण एक भी समरसेबल चालू नहीं हो पाता है। लिहाजा लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। उपभोक्ताओं की शिकायत है कि बिजली बिल भी अनाप शनाप भेज दिया जा रहा है। जब 24 घंटे में 14 और 16 घंटा बिजली मिलती थी तो एक सौ 20 से डेढ़ सौ रुपए का बिल मिलता था और अभी जब जब एक से दो घंटे बिजली मिलती है तो दो सौ से लेकर ढाई सौ रुपए का बिल मिल रहा है, जिससे विभाग की इस मनमानी रवैया से उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है।
बिजली नहीं मिलने से लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है। जल का स्तर काफी नीचे चले जाने से चापाकल पूरी तरह से पानी देना बंद कर दिया है। लोग पूरी तरह से समरसेबल तथा बिजली पर आश्रित हो चुके हैं। और ऐसे भी इस तरह की भयंकर गर्मी में बिजली नहीं मिलने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। पानी के बिना आम लोगों के साथ पशुओं के भी हलख सूख रहे हैं। समस्या से स्थानीय पदाधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत कराते हुए समस्या से निदान के लिए आग्रह किया जा चुका है, बावजूद किसी ने इस समस्या का समाधानः करना मुनासिब नहीं समझा।
वार्डों में सात निश्चय योजना से लगाए गए नल जल योजना भी सिर्फ दिखावे की वस्तु बनी हुई है। काफी दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। बाध्य होकर ग्रामीण सड़क जाम एवं आंदोलन करने को विवश हो गए हैं। सड़क जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने जाम स्थल पर पहुंच वहां मौजूद लोगों को डांट फटकार लगाया तथा बिजली विभाग के जेई से मोबाइल पर समस्या को दूर करने का आश्वासन दिलवाकर जाम को हटवाया। जिसके बाद पथ पर वाहनों का परिचालन शुरू हो सका।
गौरतलब है कि कौआकोल प्रखंड में यह एक गांव की समस्या नहीं है, बल्कि कमोबेश पूरे प्रखंड की यही समस्या है। जिससे प्रखंड क्षेत्र के लोग बिजली और पानी की समस्या से त्रस्त हो चुके हैं। प्रत्येक दिन प्रखंड क्षेत्र के किसी न किसी जगह पर ग्रामीणों द्वारा व्यवस्था को लेकर आक्रोश जताया जा रहा है। पर समस्या के निदान को लेकर किसी तरह का अमल नहीं हो पा रहा है।
भइया जी की रिपोर्ट