नवादा : मरीजों को दवा नहीं मिलती लेकिन, सैकड़ों फाइल फोलिक एसिड का सिरप रेफरल अस्पताल से सटे माफ़ी गावं के रेफरल अस्पताल से सटे तालाब में फेंका हुआ पाया गया है। तालाब में सैकड़ों दवा की शिशियां फ़ेंकी दिखने पर ग्रामीणों द्वारा जांच किया गया जिसमें फोलिक एसिड की दवा थी। इसकी एक्सपायरी डेट 2026 है। इसका जिम्मेवार कौन है? स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी सिविल सर्जन इस पर क्या कार्रवाई करते हैं?
जानकारी के अनुसार तालाब में फेंकी गयी दवा में एलिमेंटल आयरन, फोलिक एसिड और एलिमेंटल जिंक शामिल हैं। यह आयरन के स्तर को बहाल कर शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) का उत्पादन बढ़ाने का काम करता है। इस प्रकार आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का इलाज करता है। यह दवा महिलाओं के लिये काफ़ी उपयोगी है। अब सबसे बड़ा सवाल इतनी भारी मात्रा में कारगर दवा को कौन और किसने फेंका ?
इस बावत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से सम्पर्क करने का हरसंभव प्रयास किया गया लेकिन, सम्पर्क नहीं होने के कारण फ़ेंकी गयी दवा के बारे में कोई जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी। इधर कई जन प्रतिनिधियों ने भारी मात्रा में दवा फेंकने पर स्वास्थ्य महकमा पर सवाल खड़ा किया है। जो दवा महिलाओं के बीच बांटनी थी उसे आखिर फेंका क्यों गया? लोगों ने इसकी जाँच कर कार्रवाई करने की मांग की है।
भईया जी की रिपोर्ट