नवादा : मौसम वैज्ञानिक लाख दावा कर लें, लेकिन मानसून के आसार खरीफ फसल के अच्छे नजर नहीं आ रहे हैं। वर्तमान में ज्येष्ठ महीने के साथ रोहिणी नक्षत्र चल रहा है। रोहिणी नक्षत्र के चार दिन समाप्त हो गये। वैसे किसानों की नजर में रोहिणी नक्षत्र का तूना और ज्येष्ठ महीने में पूर्वा हवा का चलना खरीफ फसल के लिए शुभ संकेत नहीं है।
रोहिणी नक्षत्र तेज गर्मी के लिए जाना जाता है। गर्मी पड़ने व धरती के तबने से परती खेत के कीड़े मकोड़े समाप्त हो जाते हैं जिससे फसल में रोग लगने की संभावना नहीं रहती। लेकिन इस वर्ष रोहिणी नक्षत्र प्रवेश के साथ ही जिले में प्रतिदिन बूंदाबांदी से लेकर तेज बारिश हो रही है। ठीक इसी प्रकार ज्येष्ठ मास में पछुवा हवा के बजाय पूर्वा हवा चल रहा है जो श्रावण मास में बारिश नहीं होने के संकेत हैं।
कृषि पंडित घाघ कहते हैं
जै दिन ज्येष्ठ चले पूरवाइ, तै दिन श्रावण सूखा जाई। यानी ज्येष्ठ महीने में जितने दिन पूरवैया हवा चलेगी, श्रावण में उतने दिन बारिश नहीं होगी। मौसम पूर्वानुमान के लिए मशहूर पंडित घाघ की कही बातें अबतक प्रमाणित हो चुकी है। यही कारण है कि किसान अभी तक खेतों में न तो भदई फसल लगाने की तैयारी कर रहे हैं, न ही धान के लिए बिचड़ा डालने का काम आरंभ किया है।
वैसे घाघ कहते हैं
होनी और पानी पर किसी का वंश नहीं चलता। कब बारिश हो जाय, कहना मुश्किल है।
भईया जी की रिपोर्ट