नवादा : अप्रैल माह के पहले सप्ताह से ही झुलसाने वाली गर्मी शरीर को जलाने लगा है। ऐसे में जिले के ऐतिहासिक शीतल जल प्रपात ककोलत में सैलानियों का आना शुरू हो गया है। यहां झरने का ठंडा पानी इस प्रचंड गर्मी में आपको बेहद राहत देगा।
घूमने का प्लान तैयार कर लिजिए
गर्मी की मार के बीच अगर आप राहत ढूंढ रहे हैं और किसी पर्यटन स्थल पर जाने की सोच रहे हैं तो जिले से बाहर जाने की जरूरत नहीं है। नवादा में भी कश्मीर और हिमाचल वाला मजा लिजिए। जिले का ककोलत जलप्रपात पर अब पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। यहां का नजारा ऐसा है कि पर्यटकों को यह खूब लुभाता है।
आप ककोलत जलप्रपात गए क्या? जिले का ककोलत जलप्रपात लगभग 150 से 160 फीट से झरने का पानी नीचे गिरता है। गर्मी में सैलानियों की भीड़ यहां बढ़ने लगी है। दूर-दराज से लोग यहां पहुंच रहे हैं। सप्ताह के अंत में और छुट्टियों को लेकर पटना, गया,नालंदा समेत कई अन्य जिलों से लोग यहां आ रहे हैं।सैलानियों की गाड़ियों के कारण यहां थाली चौक पर जाम ही जाम दिखने लगा है।
ककोलत झरना आने के लिए मिल रहा सरकारी टूर पैकेज:-
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम गर्मी में पटना से पावापुरी और ककोलत के लिए पैकेज टूर तैयार किया है। इसका शुल्क 2700 रुपए और 3900 रुपए है। यह टूर शनिवार, रविवार और छुट्टियों के दिन के लिए होगा। पर्यटकों को सुबह का नाश्ता, दोपहर का लंच, शाम का स्नैक्स, पानी बोतल, टिकट आदि दिया जाएगा।
ककोलत झरना, टूर पैकेज का रेट
राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंधन सुमन कुमार ने बताया कि अगर सेडन से टूर करेंगे तो प्रति पर्यटक 3900 रुपए (कम से कम तीन पर्यटक) लगेंगे। टेंपो से टूर करने पर प्रति पर्यटक (कम से कम 10 पर्यटक) लगेंगे. सुबह 7.30 बजे यह टूर निगम कार्यालय से शुरू होगा। रात 9 बजे पटना के लिए वापसी होगी। बुकिंग के लिए नंबर 980163189 और 9905653597 पर संपर्क कर सकते हैं।
पूरे साल रहता है ठंडा पानी
ककोलत झरने का पानी पूरे साल ठंडा रहता है। झरने की ऊंचाई जमीन के स्तर से लगभग 150 से 160 फीट है।
ककोलत झरना कैसे पहुंचें
सड़क मार्ग से यहां जाने के लिए नवादा से एनएच-20 पर करीब 15 किलोमीटर दक्षिण रजौली की ओर जाने पर फतेहपुर मोड़ से एक सड़क अलग होती है। इस सड़क को गोविन्दपुर-फतेहपुर रोड कहते हैं। यह सड़क आगे जाकर थाली मोड़ पर पहुंचती है। यहां से करीब तीन कीलोमीटर दक्षिण ककोलत जलप्रपात है। वहीं रेल मार्ग से जाने के लिए नवादा, लखीसराय और गया रूट पर सीधी ट्रेन आपको मिलती है। हवाई मार्ग से आने के लिए गया और पटना एयरपोर्ट पर आप उतर सकते हैं।
फिलहाल 14 अप्रैल से ककोलत जलप्रपात पर विसुआ मेला का आयोजन होता आ रहा है। पर्यटक सौंदर्यीकरण का अवलोकन के साथ शीतल जल का आनंद ले सकेंगे। विसुआ मेला का धार्मिक महत्व है। पांडवों का अज्ञातवास यहीं हुआ था। तो आइए! ककोलत जलप्रपात का मजा लिजिए।
भईया जी की रिपोर्ट