नवादा : उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र में बीएमपी कैंप के लिए मगध रेंज के आईजी छत्रनील सिंह ने तीन स्थलों का भौतिक निरीक्षण किया। इस दौरान एसपी अभिनव धीमान, रजौली एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष, सीओ मो गुफरान मजहरी एवं थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौजूद रहे। मिली जानकारी के अनुसार रजौली क्षेत्र में बीएमपी कैंप बनाए जाने को लेकर प्रशासनिक गतिविधि में तेजी देखी जा रही है। बीएमपी कैंप के लिए लगभग 40 एकड़ जमीन की मांग बताई जा रही है।
वहीँ, रजौली पूर्वी पंचायत स्थित झिझो, फरका बुजुर्ग पंचायत की चमरबिगहा एवं हरदिया पंचायत की फुलवरिया डैम के पार स्थित सरकारी भूमि का भौतिक निरीक्षण मगध रेंज के आईजी ने किया। हालांकि बीएमपी कैंप को लेकर अभी तक स्थल चिन्हित नहीं किया गया है। आईजी एवं एसपी के क्षेत्र भ्रमण से खनन माफियाओं, शराब धंधेबाजों एवं अफीम की खेती करने वाले लोगों में भय का माहौल है। रजौली क्षेत्र के सवैयाटांड़ पंचायत में दर्जनों अभ्रक खदान है, जहां दिन के उजाले से लेकर रात्रि के अंधेर में ब्लास्टिंग कर अवैध खनन माफियाओं के द्वारा जारी है। दुर्गम घने जंगली क्षेत्रों में शराब निर्माण में जुड़े दर्जनों शराब धंधेबाजों के मन में भय व्याप्त है।
हालांकि पुलिस एवं उत्पाद बल शराब धंधेबाजों के विरुद्ध जंगली क्षेत्र में लगातार कार्रवाई करती आ रही हैं, किंतु पुलिस के हटते ही दूसरे स्थलों का चयन कर शराब धंधेबाज पुनः शराब निर्माण में जुड़ जाते हैं। जंगली क्षेत्रों में बीएमपी कैंप लगाए जाने के बाद शराब धंधेबाजों पर नकेल कसा जा सकता है। इसके अलावे सवैयाटांड़ एवं हरदिया पंचायत की पहाड़ियों एवं घने जंगलों में अफीम की खेती करने वाले लोगों पर भी लगाम लग सकेगा। बुद्धिजीवियों की मानें तो बीएमपी जवानों के डर से जंगली क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर पूर्णतः लगाम लगने की प्रबल संभावना है।
भईया जी की रिपोर्ट