नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली में धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है। पिछले कई बार इस प्रकार के धंधे का पर्दाफाश होने के बावजूद धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। सनातन धर्मावलम्बियों को पैसों व नौकरी का प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण कराया जाता है। साथ ही बांझ महिलाओं को बच्चे एवं पोलियोग्रस्त बच्चों को स्वस्थ करने की झूठी अफवाह फैलाकर लोगों को धर्म परिवर्तन करने को मजबूर किया जा रहा है।
महिलाओं के साथ सभा में पहुंचे दर्जनों पुरुष
ग्रामीणों द्वारा मिली सूचना पर विहिप, बजरंगदल व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार, अपर थानाध्यक्ष सह एसआई अजय कुमार एवं पीएसआई रौशनी कुमार के साथ डीएपी बल हरदिया सेक्टर सी में आयोजित धर्मांतरण सभा में पहुंचे। पुलिस बलों एवं ग्रामीणों को जुटता देख सभा में भगदड़ मच गया और सैकड़ों महिलाएं सभा से निकलकर इधर-उधर भागने लगी। सभा में महिलाओं की संख्या लगभग 800 एवं दर्जनों पुरुष बल शामिल थे।
क्या है मामला
हरदिया सेक्टर सी निवासी कामेश्वर साव के पुत्र प्रदीप साव के घर में सोमवार को पूर्व से निर्धारित धर्मांतरण सभा का आयोजन किया गया।इस सभा में बिहार के गया व फतेहपुर एवं झारखण्ड के तिलैया व कोडरमा से विभिन्न वाहनों से सभास्थल पर पहुंचे थे।ग्रामीणों को धर्मांतरण सभा की सूचना पूर्व से थी और वे विहिप, बजरंग दल एवं भाजपा कार्यकर्ताओं से शिकायत भी किया था। सोमवार को धर्मांतरण सभा में आये लगभग 1000 लोगों के लिए खाना खाने की व्यवस्था थी। धर्मांतरण सभा में महिलाओं को भगवान एवं मूर्ति पूजा नहीं करने की सलाह दी जा रही थी।
पत्थर के देवी-देवता के पास कोई शक्ति नहीं
उनके अनुसार पत्थर के देवी-देवता शक्तिहीन है।वहीं धर्मांतरण के लिए लोगों को पैसों की मोटी रकम के अलावे इच्छुक लोगों को नौकरी लगवाने की बात कही जा रही थी। साथ ही धर्मांतरण सभा में बांझ महिला को संतान की प्राप्ति, पोलियो से ग्रसित बच्चों को स्वस्थ करने का दावा, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं घर में रहने वाले भूत-प्रेत से छुटकारा दिए जाने का प्रलोभन आदि दिया जा रहा था। सभा में आसपास के भी दर्जनों ग्रामीण महिलाएं अपने अस्वस्थ बच्चों के साथ पहुंच उनके प्रलोभन का शिकार हो रही थी।ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना विभिन्न सनातनी संस्थाओं के अलावे पुलिस बलों को दी।
महालिओं ने बाँझपन के लिए कराया धर्मांतरण
सूचना पाकर पहुंचे थानाध्यक्ष ने महिलाओं से पूछताछ किया, तब भी महिलाओं द्वारा थानाध्यक्ष को कहा गया कि हमारे धर्म में पोलियो से बच्चों को ठीक एवं बांझपन का सफल इलाज किया जा सकता है। जिसके बाद थानाध्यक्ष ने सभा संचालक सह मकान मालिक प्रदीप साव को हिरासत में लेकर थाना ले आई जहां उससे जरूरी पूछताछ के बाद पीआर बॉण्ड भराकर छोड़ दिया गया।
ऑनलाइन के माध्यम से भी होता है धर्मांतरण
हरदिया सेक्टर सी के दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि दूसरे धर्म के लोग उनके घरों की बहू व बेटियों को बहला-फुसलाकर पूजा-पाठ करने से मना करती है।जिसके कारण ये लोग घर में संध्या को दिया नहीं जलाती है।घर में रहे पूजास्थल से मूर्ति को हटाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही बताया कि ग्रामीण महिलाओं को एंड्रॉयड मोबाइल पर प्रत्येक दिन सुबह में दूसरे धर्म से सम्बंधित प्रार्थना आदि करवाया जाता है। यह सिलसिला बीते कई महीनों से चल रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि इससे पूर्व भी लगभग पांच बार सभा का आयोजन कर लोगों को भ्रमित किया जा रहा था।जिसकी जानकारी विहिप, बजरंगदल, भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पुलिस बलों को दी गई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामले को रफा-दफा कर दिए जाने से धर्मांतरण में जुटे लोगों का मनोबल बढ़ता जा रहा है और ये लोग फिर से दूसरे जगह का चयन कर धर्मांतरण में जुट जाते हैं।
भईया जी की रिपोर्ट