-कहानी बीडीओ दिगम्बर ठाकुर की
नवादा : जिले बहुचर्चित बीईओ दिगम्बर ठाकुर को जिला प्रशासन चाहे बचाने का प्रयास करे, लेकिन उनके काले कारनामे सामने आते रहेंगे। एक बार फिर जब आरटीआई कार्यकर्ता ने सूचना की मांग की तो उन्होंने रद्दी कागज भेज एकबार फिर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गोविंदपुर द्वारा किए गए फर्जीवाड़ा को छुपाने के लिए सूचना उपलब्ध कराने के नाम पर सादा कागज उपलब्ध कराया जा रहा है। मामला प्रखंड गोविंदपुर का है। निष्ठा प्रशिक्षण दीक्षा पोर्टल पर ऑनलाइन मोड में शिक्षकों द्वारा पर प्रशिक्षण हेतु ₹500 प्रति शिक्षक, हाई स्पीड डाटा के लिए ₹400 प्रति शिक्षक, पेनड्राइव न्यूनतम 32GB के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मोहम्मद जमाल मुस्तफा द्वारा आदेश दिनांक 10 अप्रैल 2021 को दिया गया था।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गोविंदपुर द्वारा आज तक किसी शिक्षक को न तो प्रशिक्षण दिया गया और न ही राशि उनके खाता में हस्तांतरण किया गया। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गोविंदपुर द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए चेक संख्या 3581 54 राजेंद्र प्रसाद राशि 19200 एवं अवधेश कुमार भारती चेक संख्या 3581 53 राशि ₹300000 उनके खाता पर हस्तांतरण कर दिया गया। उपरोक्त दोनों व्यक्ति बीआरसी कार्यालय का स्टाफ बताए जाते हैं।आरटीआई के तहत उपरोक्त राशि खर्च की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता बिंदा प्रसाद निराला ने मांगी । उन्होंने जानना चाहा कि उपरोक्त राशि किस काम के लिए दिया गया? उपरोक्त राशि किस परिस्थिति में उन लोगों के खाता में भेजा गया?
जानकारी की मांग दिनांक 16 8 2024 को किया गया तब फर्जीवाड़ा छुपाने के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गोविंदपुर द्वारा निबंधित डाक दिनांक 11 9 2024 के द्वारा सूचना के रूप में रद्दी पेपर भेज दिया गया। बता दें गोविन्दपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय खखन्दुआ में महादलित शिक्षक से रिश्वत व अभद्र व्यवहार मामले का मामला अभी लम्बित है। मामला महादलित आयोग व एससी-एसटी थाना तक पहुंच है जहां जांच होनी शेष है। अब एकबार नया घोटाला सामने आया है तो पर्दा डालने का प्रयास आरंभ कर दिया गया है।
भईया जी की रिपोर्ट