नवादा : तीन बच्चों की माँ को ढूंढने निकला पिता को पहले नवादा के भगत सिंह चौक पर स्कूल से आते हुए उसका दो बच्चा मिला, जिसके बाद पुलिस की मदद से तीसरे बच्चे के साथ उसकी माँ को भी ढूंढ निकाला। आरा जिला निवासी जितेंद्र पाठक का कहना है की विगत 10 दिनों से वे अपने बीबी और बच्चों की तलाश में भटक रहा था। पत्नी किसी लड़के के साथ घर से लाखों के जेबरात और पैसा लेकर भाग गई थी।
बच्चों को स्कूल से आते देख दोनों को लिया अपने कब्जे में
मिली जाकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि आरा जिले का निवासी जितेंद्र पाठक विगत 10 दिनों से अपने बीबी बच्चों की खोज भटक रहा था। जितेंद्र पाठक ने इस बात की जानकारी आरा के मुफस्सिल थाना में भी दी थी। जिसके बाद पाठक ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर जितेंद्र पाठक नवादा पहुंचे और खोजबीन शुरू कर दी। नवादा के भगत सिंह चौक के पास अपने बच्चों को स्कूल से आते देख दोनों बच्चे को अपने कब्जे में लेकर नवादा नगर थाना की पुलिस को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने जल्द ही तीसरे बच्चे के साथ उसके माँ को भी मंगर बिगहा यूको बैंक बिल्डिंग के सामने वाली गली के घर से बरामद कर थाना लाकर दोनों से पूछ-ताछ शुरू कर दिया।
तीनों बच्चों के साथ भाग गई थी
उक्त घटना के बारे में जितेंद्र पाठक का कहना है कि उसकी पत्नी किसी लड़के के साथ अपने तीनों बच्चों को लेकर भाग गई थी। पाठक ने बताया कि पवन नाम के किसी लड़के के साथ उसकी पत्नी का चक्कर चल रहा था और मौका मिलते ही तीन लाख रूपये का जेवरात और 45 हजार रूपये नगद लेकर उसके साथ भाग आई। जितेंद्र पाठक का एक साढू जिले के पाली गाँव के रहने वाले हैं जिन्होंने घटना की पुष्टि मौका-ए-वारदात पर की। बात चीत के क्रम में इस बात का भी खुलासा हुआ कि जितेंद्र और रिंकी का अंतर्जातीय विवाह धोखे से किया गया था।
अलग-अलग जाति की हुई थी शादी
जितेंद्र पाठक ने बताया कि अगुआ ने झूठ बोलकर हमारी शादी दूसरी जाति की लड़की से करवा दी थी किन्तु हमलोग पति पत्नी बिना किसी भेदभाव के साथ रह रहे थे। इधर एक साल से पवन मुस्कान का आना जाना मेरे घर में होता था तो पत्नी कहती थी कि यह मेरे बेटे जैसा है इसलिए इसपर शक नहीं कीजिये। अंत में ये लोग लाखों की संपत्ति लूट कर भाग आये।
भइया जी की रिपोर्ट