By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Swatva Samachar
Notification
  • Home
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • राजपाट
  • खेल-कूद
  • मनोरंजन
  • अपराध
  • अर्थ
  • अवसर
  • आप्रवासी मंच
    • बिहारी समाज
  • मंथन
  • वायरल
  • विचार
  • शिक्षा
  • संस्कृति
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो
  • E-Magazine
Font ResizerAa
Swatva SamacharSwatva Samachar
  • देश-विदेश
  • राजपाट
  • खेल-कूद
  • मनोरंजन
  • अपराध
  • अर्थ
  • अवसर
  • आप्रवासी मंच
  • बिहारी समाज
  • मंथन
  • वायरल
  • विचार
  • शिक्षा
  • संस्कृति
  • स्वास्थ्य
Search
  • About us
  • Advertisement
  • Editorial Policy
  • Grievance Report
  • Privacy Policy
  • Terms of use
  • Feedback
  • Contact us
Follow US
बिहारी समाज

हिसुआ विधानसभा सीट पर 65 सालों तक एक ही जाति का रहा वर्चस्व, जानें इसका राज

Swatva
Last updated: November 1, 2025 4:21 pm
By Swatva 243 Views
Share
7 Min Read
SHARE

नवादा : जिले के हिसुआ विधानसभा क्षेत्र में एक ही जाति के प्रत्याशियों ने कांग्रेस से 45 साल और भाजपा से 20 साल तक राज किया जो अभी तक कायम है। 1957 में विधानसभा बनने के बाद से अब तक एक ही भूमिहार जाति के प्रत्याशी सीट पर काबिज रहे। सबसे अधिक 25 साल तक एक ही व्यक्तित्व आदित्य सिंह का चेहरा सामने रहा। उन्होंने लगातार छह बार कांग्रेस के टिकट पर और निर्दलीय खड़ा होकर जीत हासिल की और 25 साल तक राज किया। वे कांग्रेस और निर्दलीय से 1980 से लेकर 2005 तक विधायक व पशुपालन राज्य मंत्री बने।

Contents
दूसरी जाति के प्रत्याशियों से कई बार कड़ी टक्करबड़ी पार्टियां हिसुआ में भूमिहार को ही देना चाहती हैं टिकटईमानदारी के प्रतीक रहे शत्रुघ्न शरण सिंह और उनकी पत्नीगांधी के असहयोग आंदोलन में सक्रिय रहे शत्रुध्न शरण सिंह
- Advertisement -

हिसुआ विधानसभा क्षेत्र बनने के बाद शुरुआती काल में सबसे अधिक समय तक राज करने वाला परिवार शत्रुघ्न शरण सिंह का रहा। शत्रुघ्न शरण सिंह और उनकी पत्नी राजकुमारी देवी ने 20 साल तक राज किया। विधानसभा बनने पर 1957 और 1962 के चुनाव में उनकी पत्नी राजकुमारी देवी 10 साल तक सीट पर काबिज रहीं और उसके बाद 1967, 1969 और 1972 के चुनाव में शत्रुघ्न शरण सिंह जीत हासिल कर 10 साल तक सीट पर काबिज रहे तथा मंत्री बने।

हिसुआ विधान सभा में 1957 से लेकर 1977 तक कांग्रेस का रहा राज। केवल 1977 में जब इमरजेंसी के बाद 1977 की जनता पार्टी की लहर उठी, तब हिसुआ में कांग्रेस का किला ढहा और बाबूलाल सिंह जनता पार्टी से विधायक चुने गये लेकिन, उसके बाद 1980 में आदित्य सिंह ने अपनी जोरदार उपस्थिति दिखाते हुए निर्दलीय जीत हासिल की। फिर 1985 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और तब से लगातार 2005 तक सीट पर काबिज रहे।

2000 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने फिर निर्दलीय चुनाव लड़कर अपने वर्चस्व को दिखा दिया। आदित्य सिंह के 25 साल की मजबूत किले और दीवार को भाजपा से उम्मीदवारी लेकर अनिल सिंह ने 2005 के अक्टूबर-नवंबर में हुए चुनाव में भेदा और तब से अनिल सिंह लगातार तीन बार जीत हासिल कर 15 साल से सीट पर काबिज रहे। 2020 में आदित्य सिंह की बहू नीतू कुमारी ने भाजपा के गढ़ को तोड़ा और कांग्रेस से विधायक बनीं।

- Advertisement -

दूसरी जाति के प्रत्याशियों से कई बार कड़ी टक्कर

विधानसभा क्षेत्र में दूसरी जातियों की गोलबंदी भी हावी रही। कई बार दूसरी जाति के प्रत्याशी से कड़ी कांटे की टक्कर रही। 1957 में मुख्य प्रतिद्वंद्वी सोशलिस्ट पार्टी से विशेश्वर महतो और 1962 में हिसुआ के ही महादेव बिगहा के रहने वाले सोशलिस्ट पार्टी से टेक नारायण प्रसाद यादव रहे। उनके बाद लोजपा से अनिल मेहता, जदयू से कौशल यादव आदि का नाम आता है, जिन्होंने कड़ी टक्कर दी।

2015 के चुनाव में दूसरे नंबर पर कौशल यादव और 2010 के चुनाव में अनिल मेहता दूसरे नंबर पर थे लेकिन, ज्यादातर यहां टक्कर भूमिहार बनाम भूमिहार ही रहा। कम्युनिस्ट पार्टी से भदसेनी गांव के रहने वाले मुखिया स्व. लाल नारायण सिंह कई बार चुनाव लड़े और कांटे की टक्कर दी। 1980, 1985, 1990 और 1995 में आदित्य सिंह के निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे और बहुत कम वोट से हारे।

- Advertisement -

बड़ी पार्टियां हिसुआ में भूमिहार को ही देना चाहती हैं टिकट

बड़ी पार्टियां हिसुआ के जातीय वर्चस्व और उसकी पृष्ठभूमि पर ही टिकट का निर्णय लेती हैं। बडी व नामवर पार्टियां हिसुआ में भूमिहार को ही टिकट देना चाहती हैं। पार्टी के टिकट देने के शुरू के इतिहास से यह साफ पता चलता है। कांग्रेस के जीते उम्मीदवार हों या हारे, टिकट एक ही जाति के लोगों को मिला।

भाजपा से 1977 में बाबूलाल सिंह को टिकट मिला। कम्युनिस्ट पार्टी ने भी कई बार मुखिया स्व लाल नारायण सिंह को टिकट दिया। फिलवक्त, भाजपा से अनिल सिंह और कांग्रेस से नीतू देवी को टिकट मिला है, जो इसी जाति से आते हैं। बड़ी पार्टियों से टिकट लेने की होड़ भी ज्यादातर इसी समाज के लोगों की होती है। इस बार कांग्रेस में इसके लिए घमासान मचा था। हिसुआ से पांच-सात दावेदार थे लेकिन टिकट नीतू देवी को हासिल हुआ।

ईमानदारी के प्रतीक रहे शत्रुघ्न शरण सिंह और उनकी पत्नी

हिसुआ में शत्रुध्न शरण सिंह ईमानदारी के प्रतीक रहे। आज भी लोग उनकी ईमानदारी की चर्चा करते थकते नहीं हैं। पत्नी राजकुमारी देवी की सादगी और ईमानदारी को भी लोग काफी याद करते हैं। प्रो भारत भूषण, प्रोफेसर डॉ मनुजी राय, प्रोफेसर शंभु शरण सिंह, जेपी सेनानी जयनारायण प्रसाद आदि उनकी ईमानदारी और ऊंचे व्यक्तित्व को याद कर उन्हें नमन करते हैं। हिसुआ को उनकी सबसे बड़ी देन त्रिवेणी सत्यभामा कॉलेज और उनके प्रोफेसर और कर्मी हैं।

वे कॉलेज की बुनियाद और विकास के स्तंभ हैं। इसके अलावा वे हिसुआ के बुनियादी विकास के लिए भी कई चिह्नित काम कियू, जिसकी नींव पर आज हिसुआ इतना विकसित हुआ।जननेता, स्वतंत्रता सेनानी शत्रुघ्न शरण सिंह का जन्म गया जिले के कोंच के सिंदुआरी गांव में हुआ था। उनका कार्यक्षेत्र गया रहा। वे बिहार के पहले मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉ श्रीकृष्ण सिंह के काफी करीबी थे।

गांधी के असहयोग आंदोलन में सक्रिय रहे शत्रुध्न शरण सिंह

शत्रुध्न शरण सिंह गांधी के असहयोग आंदोलन में सक्रिय रहे और 1933 से 37 तक जेल में रहे। 1938 में गया जिला परिषद के उपाध्यक्ष बने। 1942 में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और 1960 में बिहार कांग्रेस के महामंत्री हुए और 1962 तक रहे। 1957 में हिसुआ से उनकी पत्नी राजकुमारी देवी चुनाव लड़ी और विजयी हुईं। दो टर्म के बाद 1967 में शत्रुघ्न सिंह खुद हिसुआ से चुनाव लड़े और जीत हासिल की।

शत्रुघ्न सिंह 1969 में जीत हासिल करने के बाद सरदार हरिहर सिंह मंत्रिमंडल में शामिल हुए और फिर दारोगा प्रसाद राय के मंत्रिमंडल में भी सम्मिलित रहे। छह बार लगातार जीत हासिल कर 25 सालों तक हिसुआ विधानसभा क्षेत्र पर राज करने वाले आदित्य सिंह स्थानीय नरहट के रहने वाले आदित्य सिंह हिसुआ नरेश और हिसुआ शेर के नाम से जाने जाते थे। फिलहाल कांग्रेस व आदित्य सिंह की विरासत को बचाने के लिए उनकी बड़ी पतोहु क्षेत्र में जद्दोजहद कर रही है जिन्हें पूर्व विधायक अनिल सिंह कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

भईया जी की रिपोर्ट 

TAGGED: NAWADA, nawada khabar, Nawada news, नवादा, नवादा खबर, नवादा न्यूज
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn Telegram Copy Link
Did like the post ?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

हमने पुरानी ख़बरों को आर्काइव में डाल दिया है, पुरानी खबरों को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर। Read old news on Archive

Live News

- Advertisement -

Latest News

जी हां! चौंकिए नहीं, प्रखंड परिसर से हो रही शराब तस्करी
बिहारी समाज
मशरूम की खेती का हब बना नवादा, राज्य समेत अन्य राज्यों में की जा रही आपूर्ति
बिहारी समाज
140 लीटर महुआ शराब बरामद, बाइक जब्त, धंधेबाज फरार
बिहारी समाज
मुखिया को पदच्युत करने में विभाग के फूल रहे हाथ पांव
बिहारी समाज
- Advertisement -

Like us on facebook

Subscribe our Channel

Popular Post

जी हां! चौंकिए नहीं, प्रखंड परिसर से हो रही शराब तस्करी
बिहारी समाज
मशरूम की खेती का हब बना नवादा, राज्य समेत अन्य राज्यों में की जा रही आपूर्ति
बिहारी समाज
140 लीटर महुआ शराब बरामद, बाइक जब्त, धंधेबाज फरार
बिहारी समाज
मुखिया को पदच्युत करने में विभाग के फूल रहे हाथ पांव
बिहारी समाज
- Advertisement -
- Advertisement -

Related Stories

Uncover the stories that related to the post!
बिहारी समाज

जी हां! चौंकिए नहीं, प्रखंड परिसर से हो रही शराब तस्करी

नवादा : जिले में शराब तस्करों का हौसला बुलंद है। ऐसा मैं…

By Swatva
बिहारी समाज

मशरूम की खेती का हब बना नवादा, राज्य समेत अन्य राज्यों में की जा रही आपूर्ति

नवादा : जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर नवादा-पकरीबरावां पथ पर स्थित…

By Swatva
बिहारी समाज

140 लीटर महुआ शराब बरामद, बाइक जब्त, धंधेबाज फरार

नवादा : जिले की अकबरपुर पुलिस ने नेशनल हाईवे 20 पर रामदेव…

By Swatva

मुखिया को पदच्युत करने में विभाग के फूल रहे हाथ पांव

नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड वकसंडा पंचायत मुखिया को पदच्युत करने…

By Swatva
Show More
- Advertisement -

About us

पत्रकारों द्वारा प्रामाणिक पत्रकारिता हमारा लक्ष्य | लोकचेतना जागरण से लोकसत्ता के सामर्थ्य को स्थापित करना हमारा ध्येय | सूचना के साथ, ज्ञान के लिए, गरिमा से युक्त |

Contact us: [email protected]

Facebook Twitter Youtube Whatsapp
Company
  • About us
  • Feedback
  • Advertisement
  • Contact us
More Info
  • Editorial Policy
  • Grievance Report
  • Privacy Policy
  • Terms of use

Sign Up For Free

Subscribe to our newsletter and don't miss out on our programs, webinars and trainings.

[mc4wp_form]

©. 2020-2024. Swatva Samachar. All Rights Reserved.

Website Designed by Cotlas.

adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?