नवादा : जिले में मनरेगा योजना में लूट की खुली छूट है। बगैर काम कराये राशि का भुगतान किया जा रहा है। जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। यही कारण है कि अब ग्रामीणों ने भी शिकायत दर्ज कराने से तौबा कर लिया है। ताज़ा मामला वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर पंचायत की है। एक भी योजना में कार्य हुआ नहीं लेकिन भुगतान कर दिया गया।
आश्चर्य तो यह कि यहां वैसे लोगों को मनरेगा मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है जो संपन्न किसान या फिर सरकारी नौकरी कर रहे हैं। जी हां! ऐसा हम नहीं बल्कि मजदूरों का फोटो जो झूठ नहीं बोलता कह रहा है। बावजूद मनरेगा के तहत निर्गत जाब कार्ड की जांच तक नहीं की जा रही है और फर्जी मजदूरों के नाम भुगतान किया जा रहा है। अब सबसे बड़ा सवाल जांच करेगा कौन? हमाम में सभी ———-।
भईया जी की रिपोर्ट