नालंदा के लहेरी थाने में वहां के पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ रहे एक फर्जी दारोगा को दबोचा गया। फर्जी दारोगा पे खुद को दरभंगा के लहेरियासराय थाने में पदस्थापित बताकर रौब दिखाना शुरू किया। वहां प्रशिक्षु दारोगा निशा भारती से उसने कहा कि वह लहेरियासराय में पदस्थापित है। इस पर निशा भारती ने उससे आई कार्ड मांगा तो उसने अपने मोबाइल में वर्दी पहने अपनी तस्वीर दिखाई। लेकिन आईकार्ड नहीं दिया। प्रशिक्षु दारोगा का उसपर शक होने लगा तो उसने लहेरियासराय थाने के एसएचओ से बात की। पता चला कि उसके नाम को वहां कोई पुलिसकर्मी काम नहीं करता।
इसके बाद लहेरी पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच की तो उसमें कई फर्जी कागजात मिले। फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए फर्जी दारोगा की पहचान शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र के महानंदपुर निवासी सतीश कुमार के बेटे नीतीश कुमार के रूप में हुई है। नीतीश कुमार खुद को 2018 बैच का दारोगा बता रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि मोबाइल में मिले फर्जी कागजातों और उसकी पुलिस वाली तस्वीरों का इस्तेमाल उसने लोगों को ठगने के लिए किया था।