औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर नागपुर में हिंसा भड़क उठी जिसके बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। बीते दिन सोमवार को शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के महल और चिटनिस पार्क इलाके में हिंसा तब भड़की जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान धर्मग्रंथ जलाया गया है। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया जिससे छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद रात 10 बजे भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई। अनियंत्रित भीड़ ने कई वाहनों को जला दिया और इलाके में घरों तथा एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की।
डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला, हालत गंभीर
उपद्रव के दौरान डीसीपी निकेतन कदम पर भी कुल्हाड़ी से हमला हुआ। गंभीर हालत में डीसीपी कदम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरएसएस मुख्यालय वाले महल में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इसके बाद नागपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा। इसबीच नागपुर हिंसा का मामला संसद तक पहुंच गया है। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने नागपुर में हुई हिंसा पर चर्चा के लिए राज्यसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। पुलिस के अनुसार शहर में अब हालात काबू में हैं। पुलिस का कहना है कि औरंगजेब की कब्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद दो गुटों के बीच टकराव हो गया, जिसके बाद महल इलाके में दोनों ओर से पथराव हुआ। वाहनों में आग लगा दी गई। हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज भी किया।
पुलिस पर पथराव के बाद आंसू गैस के गोले
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। कम से कम 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 12 से 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घटना का मूल कारण पता लगाया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि चिटनिस पार्क इलाके में पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। उन्होंने बताया कि अन्य इलाकों से भी हिंसा की खबरें आई हैं। हालांकि, बजरंग दल के पदाधिकारियों ने आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि उन्होंने अपने प्रदर्शन के तहत केवल औरंगजेब का पुतला जलाया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी करने की पुष्टि की और बताया कि त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी), दंगा नियंत्रण पुलिस और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) को तैनात किया गया है।