पहले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, फिर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और अब मुजफ्फरपुर की मेयर के पास दो-दो एपिक नंबर होने का मामला आया है। मुजफ्फरपुर की मेयर और बीजेपी नेत्री निर्मला साहू के दो-दो ईपिक नंबर सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने दो वोटर आईडी रखने के लिए नोटिस भेजकर उनसे 3 दिन में जवाब मांगा है। मेयर पर मुजफ्फरपुर विधानसभा में दो अलग-अलग जगहों के ईपिक नंबर रखने का आरोप है। मेयर के पास दो जगहों का वोटर कार्ड रखने के मामले को विपक्षी राजद और कांग्रेस ने मुद्दा बनाकर चुनाव आयोग पर निशाना भी साधा है जिसके बाद चुनाव आयोग हरकत में आ गया।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेत्री और मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला साहू के पास दो EPIC ID REM1251917 और GSB1835164 है। उनके पास एक ही विधानसभा में दो अलग-अलग बूथ पर दो अलग-अलग वोटर कार्ड हैं। दो अलग-अलग EPIC कार्ड में इनकी दो अलग-अलग उम्र दर्ज है। इन्होंने दो अलग-अलग गणना फॉर्म भी भरे हैं। मतदाता सूची पुनरीक्षण में इन्होंने दो अलग-अलग फॉर्म पर दो अलग-अलग हस्ताक्षर भी किए होंगे। तेजस्वी ने सवाल उठाया कि इन दो अलग-अलग फॉर्म पर चुनाव आयोग ने साइन किया या मेयर ने। चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित नई ड्राफ्ट सूची में दो अलग-अलग EPIC Card के साथ, दो अलग-अलग उम्र के साथ, एक ही विधानसभा में इनके दो अलग अलग वोट कैसे बन गए?
महागठबंधन की तरफ से राजद और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करती थी। लेकिन अब वह चुनाव आयोग को आगे कर रही है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग वोट की डकैती कर रहा है और SIR में लापरवाही गंभीर मुद्दा है। इस मामले में मेयर निर्मला साहू का कहना है कि वे केदारनाथ रोड के अपने आवास के समीप मारवाड़ी मध्य विद्यालय पुराना बाजार में हमेशा मतदान करती आई हैं। आवेदा हाई स्कूल के मतदान केंद्र में नाम कैसे गया यह पता नहीं है। मेयर ने कहा कि फिलहाल वह दिल्ली में हैं। मुजफ्फरपुर आने के बाद ही पता चलेगा नाम कैसे जुड़ा। इसबीच चुनाव आयोग ने मेयर को एक नोटिस भेजकर उनसे इस मामले में 3 दिनों के भीतर जवाब मांगा है।