बिहार में एकबार फिर पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ। इसबार मुजफ्फरपुर के बोचहां में ग्रामीणों ने पुलिस वालों को न सिर्फ दौड़ा—दौड़ा कर पीटा, बल्कि उनके हथियार छीनने की भी कोशिश की। वाकया बीती रात साढ़े 10 बजे तब पेश आया जब एक महिला वकील सोनी कुमार से मारपीट की सूचना पर पुलिस मझौली गांव में जांच के लिए पहुंची थी। वहां अचानक भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। मझौली गांव में लाठी-डंडों से लैस लोगों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिसकर्मी किसी तरह 3 किलोमीटर तक रिवर्स गियर में पुलिस जीप को बैक कर अपनी जान बचाकर वहां से भागे।
भीड़ के इस हमले में एक एएसआई समेत 4 लोग घायल हो गए। इस दौरान उपद्रवी लोगों द्वारा एक सैप जवान की राइफल भी छीनने की कोशिश की गई। छीनाझपटी में सैप जवान के राइफल का अपर गार्ड टूट गया और भीड़ के हाथ ही रह गया। किसी तरह सैप जवान और पुलिसकर्मी पुलिस जीप में सवार होकर बैक गियर कर के वहां से भागे। अपर थानाध्यक्ष लुटावन राम, एसआई प्रीतेश गिरी और दो अन्य घायल जवानों को लेकर किसी तरह पुलिस जीप थाने पहुंची जहां से सभी को बोचहां अस्पताल ले जाया गया। यहां एएसआई रंजय कुमार, सैप जवान अरविंद कुमार व वीरेश और सिपाही चालक नीलमणि कुमार उर्फ गोपाल को इलाज के बाद एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार उपद्रवी भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। जब लोग पुलिस टीम पर हमला करने लगे तब पुलिस जीप का चालक गाड़ी को घुमा नहीं पाया। तब उसने मझौली से थाने तक लगभग तीन किलोमीटर की दूरी रिवर्स गियर में ही गाड़ी भगाकर तय की। उधर ग्रामीणों की तरफ से दो बाइक सवारों ने पुराने थाना तक पुलिस जीप को खदेड़ा भी था। थानाध्यक्ष राकेश कुमार यादव ने कहा कि एफआईआर दर्जकर पुलिस पर हमला करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। थाने की टीम महिला वकील की पिटाई कर अस्पताल पहुंचाने और उससे मोबाइल छीन लेने की शिकायत पर मझौली गई थी।