पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून विरोध की आड़ में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर सीमा सुरक्षा बल ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। बीएसएफ की इंटेलिजेंस रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि बांग्लादेश के कट्टरपंथी संगठन अपने स्लीपर सेल की मदद से मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार हैं। बीएसएफ की खुफिया रिपोर्ट में बांग्लादेश के दो कट्टरपंथी संगठनों, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) को पश्चिम बंगाल में अशांति के लिए प्रमुख कारण बताया गया है।
भारत ने JMB पर लगा रखा है प्रतिबंध
बांग्लादेश के कट्टरपंथी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) को भारत ने पहले ही आतंकी संगठन घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगा रखा है। हालांकि, बांग्लादेश में भी इस संगठन पर पहले बैन लगा था। लेकिन शेख हसीना की सतता से बेदखली के बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने इस प्रतिबंधित संगठन पर से बैन हटा दिया है। इसके अलावा बांग्लादेश के विभिन्न जेलों में बंद जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) संगठन के सभी नेताओं को भी रिहा कर दिया गया।
सब जला दिया, कुछ नहीं बचा…
उधर मुर्शिदाबाद में हिंसा से प्रभावित लोगों की आपबीती दिल दहला देने वाली है। एक स्थानीय निवासी ने एक न्यूज एजेंसी से बताया कि सब जला दिया, कुछ नहीं बचा…। कई परिवारों के लोग पलायन कर गए हैं। जो बचे हैं, उन्होंने भी अपने घरों को छोड़कर भागने का निर्णय लिया है। इससे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल है। स्थानीय निवासी खुशबू दास ने बताया कि हमारी दुकानें और घर जलाए गए हैं। पुलिस ने मदद नहीं की। हम इस इलाके में बीएसएफ का स्थाई कैंप चाहते हैं।