मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों से हिन्दुओं के पलायन की खबरों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 अप्रैल को मौलवियों संग मीटिंग करने की बात कही है। उनके इस निर्णय के बाद विवाद और बढ़ गया है तथा भाजपा ने इस दिन को हिंदू शहीद दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करते हुए सवाल उठाया है कि आखिर हिंदुओं के बड़े पैमाने पर पलायन पर ममता बनर्जी चुप क्यों हैं। यही नहीं बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने मुर्शिदाबाद के हिन्दुओं के लिए कट्रोल रूम खोलने का ऐलान किया है। इसबीच हिंसा के बाद हजारों लोगों ने मुर्शिदाबाद जिला छोड़ दिया है। अब भी वहां से लोग पलायन कर रहे हैं। ये वो हिुदू लोग हैं जिनके घर जला दिये गए हैं। कुछ ऐसे भी हैं, जो जान बचाने के लिए भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ले रहे हैं।
अब कोलकाता में पुलिस ने चटकाई लाठी
उधर मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों, खासतौर पर सुती, शमशेरगंज, धुलियान और जंगीपुर में आज सोमवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही। हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। इसके चलते संबंधित क्षेत्रों में सड़कें सुनसान और दुकानें बंद दिख रही हैं। प्रभावित इलाकों में इंटरनेट बंद है, जबकि सुरक्षाबल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में दो गुटों के बीच टकराव के बाद हिंसा भड़क गई, जिसमें 3 लोगो की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए थे। इसबीच खबर है कि मुर्शिदाबाद के बाद अब आज सोमवार को अब कोलकाता में आईएसएफ ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें तितर बितर कर दिया।
पलायन जारी, 1000 से ज्यादा हिंदू पलायित
हाईकोर्ट के आदेश के बाद इलाके में केंद्रीय बलों की भारी तैनाती की गई है लेकिन हिंदुओं का खौफ कम नहीं हो रहा है। मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बीच जान बचाने के लिए हिंदू परिवार वहां से आज भी पलायन कर रहे हैं। नदी के रास्ते अबतक एक हज़ार से ज्यादा हिंदू पलायन करके मालदा पहुंच चुके हैं। इसमें छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हैं। हिंदू परिवारों ने मालदा के एक स्कूल में शरण ली है। हिंदुओं का कहना है कि मुर्शिदाबाद में दंगाइयों की भीड़ ने उनपर टारगेट करके अटैक किया। लोगों का आरोप है कि उपद्रवियों ने उनके घरों..दुकानों और मंदिरों में तोड़फोड़ की.. घरों और दुकानों में रखे कीमती सामान को लूट लिया। औरतों के साथ बदसलूकी की गई… यहां तक नदी और नलों के सप्लाई वाले पानी में जहर मिला दिया। जिसके बाद ये लोग अपनी जान बचाकर मालदा पहुंचे हैं।
मुर्शिदाबाद के बाद मालदा, बीरभूम में भी इंटरनेट बंद
वहीं हिंसा के बाद केंद्र ने मुर्शिदाबाद में सेंट्रल फोर्स को और बढ़ाने का फैसला किया है.. अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मुर्शिदाबाद में कई जगहों पर इंटरनेट सेवाएं बंद है। साथ ही मालदा और बीरभूम में भी कुछ जगहों पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।
कांग्रेस और बीजेपी ने टीएमसी पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग मुर्शिदाबाद जिले से भाग कर मालदा गए हैं, वो लोग वापस लौटने की स्थिति में अभी तक नहीं है। हम वादा करते हैं बीजेपी के सत्ता में आने के बाद दंगाइयों से निपटने के लिए कानून बनाएंगे। अगर ऐसे कानून पश्चिम बंगाल की मौजूदा सरकार भी बनाती है तो हमारे MLA सारे उनको सपोर्ट करेंगे। वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी और टीएमसी पर ध्रुर्वीकरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं दंगा वहां होता है, जहां सरकार चाहती है।