लखीसराय से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जिसमें एक साले ने अपने ही जीजा की सुपारी देकर हत्या करवा दी। यह वारदात जनवरी माह में ही हुई थी, लेकिन इसका खुलासा अब दो महीने बाद मार्च माह में किउल के रेल डीएसपी ने किया। इस घटना का आश्चर्य वाला पहलु यह है कि इसकी साजिश रचने में मृतक की पत्नी भी शामिल है। आरोपी साले ने अपनी बहन के कहने पर ही उसके पति को चलती ट्रेन में मरवा दिया था। वारदात 21 जनवरी को हुई थी जिसमें किऊल स्टेशन के पास गया-हावड़ा ट्रेन में धर्मेंद्र साह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस उलझे हुए केस की गुत्थी सुलझाते हुए बड़हिय के रहने वाले आरोपी साले चंदन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
ससुरालवालों ने रची साजिश
किऊल रेल पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि महिसोन निवासी धर्मेंद्र साह की दो महीने पहले जनवरी माह में ट्रेन के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। धरेंद्र अपने गांव स्थित अपनी कीमती जमीन को औने-पौने दाम में बेच रहा था। इससे उसकी पत्नी आरती कुमारी और ससुराल वाले खफा थे। इसी के चलते आरती के कहने पर उसके भाई चंदन ने शूटर को 5 लाख की सुपारी दे दी और उसकी चलती ट्रेन में हत्या करवा दी।
तीन शूटरों ने मारी गोली
जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र साह वारदात वाले दिन लखीसराय में कोर्ट के काम से गया था। शूटरों ने वहीं से उसकी रेकी की। इसके बाद तीन शूटरों ने चलती ट्रेन में इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। हत्या के समय धर्मेंद्र ट्रेन से अपने घर लौट रहा था। अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने मर्डर केस के लाइनर और हत्यारों को सहयोग में शामिल दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इन लोगों ने हत्याकांड के बाद शूटरों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचने में सहायता मुहैया कराई थी।
पत्नी ने कराई झूठी एफआईआर
धर्मेंद्र साह की हत्या होने के बाद पत्नी आरती ने पुलिस को गुमराह करने के लिए कई बार कोशिश की। इसके लिए उसने एक झूठी एफआईआर भी दर्ज कराई थी। उसने धर्मेंद्र से जमीन खरीदनेवाले लोगों पर हत्या का आरोप लगाकर जांच की दिशा को मोड़ने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने जब जांच की तो मामला उलटा ही निकला। अब पुलिस आरती की तलाश में जुटी है। अब तक आरती की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है, और वह फरार है।