सीतामढ़ी में बीती देर रात अज्ञात अपराधियों ने एक मुखिया को गोलियों से भून डाला। मुखिया अपनी कार से पत्नी और बच्चे के साथ गांव से सीतामढ़ी स्थित अपने आवास जा रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही मुखिया के परिजन और शुभचिंतक मौके पर पहुंचे और उन्हें सीतामढ़ी के एक निजी नर्सिंग होम ले गए। वहां डॉक्टरों ने मुखिया को मृत घोषित कर दिया। मुखिया की मौत की खबर के बाद देखते ही देखते वहां सैकड़ों की भीड़ जुट गई। लोग नीतीश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
गांव से कार द्वारा सीतामढ़ी अपने आ रहे थे मुखिया
मृतक मुखिया की पहचान मुन्ना मिश्रा के रूप में हुई है। मुन्ना मिश्रा सीतामढ़ी के कन्हौली थानांतर्गत कचोर पंचायत के मुखिया थे। वे बुधवार की देर शाम को अपनी पत्नी और पुत्री के साथ अपने गांव से कार द्वारा सीतामढ़ी शहर स्थित अपने आवास पर आ रहे थे। उनका आवास सीतामढ़ी शहर के बसवारिया में है। जानकारी के अनुसार रात करीब नौ बजे जब मुखिया की कार रीगा थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गांव के पास से गुजर रही थी, तभी वहां पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनकी कार पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की बौछार के बीच ड्राइविंग सीट पर बैठे मुखिया मुन्ना मिश्रा को पांच गोलियां लगी। गनीमत रही की ताबड़तोड़ गोलीबारी में कार में बैठी मुखिया की पत्नी और बेटी बाल-बाल बच गई।
पहले पत्थर बरसा कर कार रोकी, फिर फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया हमलावर अपराधी भी एक चारपहिया वाहन से वहां पहुंचे थे और वे पहले से वहां घात लगाकर तैयार थे। अपराधियों ने मुखिया की कार के वहां पहुंचते ही उसपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इससे मुखिया को अपनी कार धीमी कर उसे रोकना पड़ा। जैसे ही मुखिया की कार धीमी हुई, अपराधियों ने उनपर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। ताबड़तोड़ फायरिंग में मुखिया को पांच गोलियां लगी। इस घटना की खबर मिलते ही सदर डीएसपी समेत अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने बताया कि परिजनों ने अभी तक इस हमले के पीछे किसी के नाम का जिक्र नहीं किया है। अभी इस वारदात में किसी गैंग का नाम भी सामने नहीं आया है। पुलिस को आशंका है कि किसी पूर्व दुश्मनी में इस घटना को अंजाम दिया गया होगा।