मोकामा में अनंत सिंह के लिए प्रचार कर रहे केंद्रीय मंत्री और जदयू के बड़े नेता ललन सिंह बुरी तरह फंस गए हैं। उनपर सरेआम चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन करने और गरीबों को मतदान से रोकने की अपील करने का आरोप लगा है। कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान समर्थकों से विपक्षी वोटरों को वोट देने से रोकने के लिए कहा था। इसको लेकर उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे टैग कर राजद ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता को कटघरे में खड़ा किया है। अब उनके इसी भाषण को लेकर आय़ोग ने ललन सिंह को नोटिस भेजा है और 24 घंटों के भीतर उनसे जवाब मांगा है। इसके अलावा मोकामा में रोड शो के दौरान निर्धारित संख्या से अधिक वाहनों को अपने काफिले में शामिल करने के लिए उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
दरअसल, मोकामा में बीते दिन एनडीए नेताओं का रोड शो निकाला गया था। रोड शो खत्म होने के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और जदयू नेता व केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के लिए चुनाव प्रचार कर रहे दोनों नेताओं ने मोकामा में रोड शो कर चुनाव आचार संहिता और प्रशासनिक नियमों की खुलेआम उल्लंघन किया। आरोप यह भी है कि रोड शो के दौरान भीड़ नियंत्रण, अनुमति और सुरक्षा से जुड़ी कई शर्तों का पालन नहीं किया गया। चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद एनडीए के इन दिग्गज नेताओं ने मोकामा की सड़कों पर विशाल जनसमूह के साथ रैली निकाली।
पटना पुलिस ने इस मामले में रोड शो के आयोजकों पर मामला दर्ज किया है। नेताओं द्वारा निकाली गई रैली में गाड़ियों का काफिला लंबा होने पर कार्रवाई की गई है। पुलिस के अनुसार इस दौरान प्रचार में अनुमति से ज्यादा गाड़ियों की संख्या 48 थी, जिसे चुनाव आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। ललन सिंह की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं। मोकामा में ही अनंत सिंह के लिए ललन सिंह के प्रचार के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वे विपक्षी वोटरों को मतदान से रोकने की बात करते दिख रहे हैं। अब राजद ने एक्स पर ललन सिंह क वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि—‘केंद्रीय मंत्री ललन सिंह चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोज़र चढ़ाते हुए कह रहे कि गरीबों को वोटिंग के दिन घर से निकलने नहीं देना है! घर में बंद कर देना है।’ राजद ने चुनाव आयोग को इस वीडियो से टैग करते हुए उसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए। इसी के बाद अब चुनाव आयोग ने ललन सिंह से नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।