पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के चर्चित घोटाले का प्रमुख आरोपी मेहुल चोकसी बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर हुई। अब उसे भारत लाने की तैयारी है। भगोड़े चोकसी के बेल्जियम से प्रत्यर्पण के लिए सीबीआई और ED लगातार वहां की एजेंसियों के संपर्क में हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक पीएनबी बैंक फ्रॉड मामले में भारत के अनुरोध पर मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कि या गया है। जांच एजेंसियों को पिछले दिनों पता चला कि भगोड़ा हीरा व्यापारी और पंजाब नेशनल बैंक के लोन फ्रॉड केस में वांटेड मेहुल चोकसी बेल्जियम में है। इसके बाद भारत के अनुरोध पर उसे वहां गिरफ्तार किया गया। मेहुल चोकसी पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में पाया कि साल 2014 से 2017 के बीच चोकसी ने अपने साथियों और पंजाब नेशनल बैंक के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर ऑफ क्रेडिट जारी करवाए। इससे बैंक को करीब 6097.63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
इस तरह हुई भगोड़े मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी
जानकारी के अनुसार मेहुल चोकसी को 12 अप्रैल को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया। वहां उसने अपनी भारत और एंटीगुआ की नागरिकता की बात छिपाई थी। बताया जाता है कि वह वहां से स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था और वह बेल्जियम में अपने ब्लड कैंसर का इलाज करवाने के बहाने पहुंचा था। इधर भारत में करोड़ों के स्कैम के सिलसिले में भगोड़े मेहुल चोकसी को ED और CBI लगातार ट्रैक कर रहे थे। जानकारी मिलते ही बेल्जियम की जांच एजेंसियों को अलर्ट किया गया। इसके साथ ही चोकसी से जुड़े तमाम दस्तावेज और ओपन अरेस्ट के कागजात भी बेल्जियम की एजेंसियों से शेयर किए गए। इसके बाद बेल्जियम की सुरक्षा एजेंसियों ने चेकसी को पकड़ लिया।
13500 करोड़ का पीएनबी घोटाला, हुआ फरार
65 साल के मेहुल चोकसी ने अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ मिलकर अपनी कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये का लोन फ्रॉड किया। इसी केस में वह दोनों भारत में वांटेड हैं। मेहुल चोकसी फिलहाल अपनी बेल्जियम नागरिकता वाली पत्नी, प्रीति चोकसी के साथ एंटवर्प में रह रहा था। मेहुल चोकसी और उसका भतीजा ज्वैलर नीरव मोदी, देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी में घोटाला अंजाम देने के बाद जनवरी 2018 में भारत से भाग गए थे। बाद में पता चला कि घोटाला सामने आने से दो महीने पहले ही उन्होंने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी। इससे पहले 2021 में भी डोमिनिका में उसे पहली बार पकड़ा जा चुका है। लेकिन तब 51 दिन जेल में रहने के बाद इसे ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी कौंसिल से राहत मिल गई थी। खबर है कि भारतीय अधिकारियों ने चोकसी को भारत लाने यानी उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए अपने बेल्जियम समकक्षों से संपर्क किया है। इसी मामले में सह-आरोपी और चोकसी का भतीजा नीरव मोदी अभी लंदन में है और उसे भी भारत लाया जाना है।