गर्मी के बाद मानसून यानि बरसात ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। जो तेज गर्मी से तो राहत दिलाता है | इसी समय करेंट का खतरा बढ़ जाता है । इस मौसम की शुरुआत होते ही घरों में करंट फैलने का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर ऐसे मामले सुनने को मिलता है की बिजली में अर्थिंग आने की वजह बड़ी दुर्घटना हो जाती है या बिजली की चपेट में आकर किसी की मौत हो जाती है। आज इन घटनाओ से बचने के लिए हम आपको कुछ टिप्स बता रहे है जिनकी मदद से आप अपने को बचाओ कर सकते हैं।
अर्थिंग का रखे धयान:
कई घरों में अर्थिंग का ना होना या कमजोर अर्थिंग होना से बारिश के मौसम यानि मानसून में करंट फैलने की संभावना बाढ़ जाती है। इसके कमजोर होने की वजह से किसी की जान भी जा सकती है। इसलिए इसका उचित इंतजाम करना बेहद जरूरी है।
बिजली के किसी भी उपकरणों को भींगे हाथो से न छुए तथा इसका इस्तेमाल सावधानी से करें:
पानी में करंट तेजी से फैलता है, ऐसे में जब भी पानी से जुड़े बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल करें तो बहुत सावधानी बरतें। नंगे पैर किसी भी बिजली के उपकरण को छूने से बचें। बिजली का सामान खरीदते समय हमेशा आईएसआई मार्क चेक करना ना भूलें। टूटे, फूटे या कटे उपकरणों का इस्तेमाल करना काफी भारी पड़ सकता है।
सही प्लग का इस्तेमाल करे :
सॅकिट में प्लग लगाते समय सावधानी बरतें। प्लग का इस्तेमाल करते समय इस बात का ध्यान रखें कि प्लग के तार आपस में जुड़े हो। कभी भी माचिस की तीलियों से तार को सॉकेट में ना लगाएं इससे खतरा हो सकता है। तारो के कटे हिसे पर बिजली वाली टेप का ही इस्तमाल करे कभी भी नॉर्मल टेप की मदद से तारों को न चिपकाएं। इसके साथ ही सॉकेट में प्लग को लगाते समय अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए कि प्लग का कोई भी पिन आपके हाथों को न छू रहा हो।
छोटी-छोटी बातों का भी रखें ध्यान:
किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को इस्तेमाल करने से पहले रबर की चप्पल पैरो में अवश्य पहनें। पानी के नजदीक किसी भी मैटेलिक बिजली उपकरण को रखने से बचें। कूलर और बिजली के किसी भी उपकरण का स्टैंड प्लास्टिक या लकड़ी से बना हुआ हो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। मैटेलिक स्टैंड का इस्तेमाल करने से बचें। फ्रिज के हैंडल पर कपड़े का कवर लगाकर रखें। गिले हाथो से बिजली के उपकरणों को न छुए हर 6 महीने में घर के अर्थिग की जांच अवश्य करें। घर में बच्चों को बिजली के उपकरण से हमेसा दूर रखे खास कर बरसात के मौसम में।