पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों को नया जीवन देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में ‘मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना’ के तहत 1 अप्रैल 2021 से 14 अगस्त 2025 तक कुल 2317 बच्चों की निःशुल्क हृदय सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी है। इनमें 1484 ओपन हार्ट, 821 डिवाइस क्लोजर और 12 स्टेंटिंग प्रक्रियाएं शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना से हजारों परिवारों को नई उम्मीद और बच्चों को नया जीवन मिला है। इसी क्रम में 21 अगस्त 2025 को राज्य के विभिन्न जिलों से चिन्हित 21 बच्चों को अहमदाबाद स्थित सत्य साईं हृदय अस्पताल भेजा गया है। इन बच्चों एवं उनके अभिभावकों को 102 एम्बुलेंस की मदद से पटना एयरपोर्ट तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था की गई। इलाज के बाद घर वापसी पर भी उन्हें एयरपोर्ट अथवा रेलवे स्टेशन से घर तक पहुंचाने की तैयारी की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को राहत देना है, जिनके अभिभावक महंगे हृदय उपचार का खर्च वहन करने में सक्षम नहीं हैं। योजना के तहत अब तक सबसे अधिक 1565 बच्चों की सर्जरी सत्य साईं अस्पताल, अहमदाबाद में, 402 बच्चों का इलाज आईजीआईसी पटना में, 149 बच्चों का आईजीआईएमएस पटना में और 201 बच्चों का जयप्रभा मेदांता अस्पताल, पटना में सफलतापूर्वक किया गया है।
श्री पांडेय ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी बालक की मृत्यु केवल इसलिए न हो कि उसके परिवार के पास इलाज का खर्च उठाने की क्षमता नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बच्चों को समय पर एयरपोर्ट तक पहुंचाने से लेकर उपचार और सुरक्षित घर वापसी तक की प्रक्रिया मानवीय संवेदनाओं के साथ पूरी की जाए। ‘मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना’ आगे भी निरंतर जारी रहेगी ताकि हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को बिना किसी आर्थिक बोझ के जीवन बचाने का अवसर मिलता रहे।