पटना: सफल नेतृत्वकर्ता का गुण है कि वह सफलता का श्रेय अपनी टीम को देता है तथा विफलता का भार अपने ऊपर ले लेता है। औद्योगीकरण के बाद कॉरपोरेट संस्कृति विकसित हुई व इससे कंपनी में नेतृत्व के तरीके पर ध्यान गया। तकनीकी परिवर्तन के साथ इस कार्य में कई संशोधन हुए। उक्त बातें शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहीं। शुक्रवार को वे टाटा मोटर्स के पूर्व सीईओ व एमडी रवि कांत लिखित पुस्तक ‘लीडिंग फ्रॉम दि बैक’ के विमोचन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। होटल ताज में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अब तक हमलोग ‘लीडिंग फ्रॉम दि फ्रंट’ सुनते आ रहे थे। लेकिन, रवि कांत की पुस्तक सांगठनिक नेतृत्व को नई दृष्टि से देखने का अवसर देती है।
लेखक व वरिष्ठ पत्रकार राकेश प्रवीर से बातचीत के क्रम में ‘लीडिंग फ्रॉम दि बैक’ के लेखक रवि कांत ने कहा कि नई पीढ़ी Gen-Z तकनीकी मामलों में दक्ष तो है ही, साथ ही साथ उसके काम करने की शैली भी अनोखी है। नई पीढ़ी को आजादी, अवसर व सम्मान चाहिए। उसे हर समय कड़े तेवर में आदेश देने वाले बॉस पसंद नहीं होते। टाइटन, वेस्पा, फिलिप्स समेत कई दिग्गज कंपनियों के शीर्ष पद पर रहे रवि कांत ने माइक्रोसॉफ्ट के दो बॉस स्टीव विल्मर व सत्या नडेला के काम करने के तरीकों में अंतर का उदाहरण देकर ‘लीडिंग फ्रॉम दि फ्रंट’ तथा ‘लीडिंग फ्रॉम दि बैक’ का अर्थ समझाया। इसके अलावा सतीश धवन और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देकर लीडिंग फ्रॉम दि बैक का महत्व रेखांकित किया। रवि कांत से वार्ता से पहले राकेश प्रवीर ने उनका जीवन परिचय कराया और उनकी पुस्तक के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। बिहार चैंबर ऑफ काॅमर्स के अध्यक्ष सुभाष पटवारी ने स्वागत संबोधन किया।
धन्यवाद ज्ञापन बीआइए के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने किया। संचालन विवेक विकास ने किया। इस अवसर पर अखंड ज्योति नेत्र अस्पताल के मृत्युंजय तिवारी, बीआईए के रामलाल खेतान, सुजॉय सौरभ, उषा झा, वरिष्ठ पत्रकार सत्यपाल श्रेष्ठ, कृष्णकांत ओझा, शिक्षाविद् गुणानंद सदा, बिहार राज्य विद्युत बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष स्वपन मुखर्जी, बिहार चैंबर ऑफ काॅमर्स के महामंत्री पशुपति पांडेय, उपाध्यक्ष आशीष शंकर, कोषाध्यक्ष सुबोध कुमार जैन, बीआईए महासचिव अमरनाथ जायसवाल, सुनील सर्राफ, एनके ठाकुर, राकेश कश्यप, डाॅ. मनोज, डाॅ. नवीन, डाॅ. ब्यूटी, मुक्ता शर्मा समेत उद्योग, शिक्षा, मीडिया, साहित्य जगत के विभिन्न लोग उपस्थित थे।