नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में राजद नेता और लालू यादव के बेटे तेज प्रताप को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को अदालत ने आज जमानत दे दी। लालू की बेटी हेमा यादव और अन्य आरोपियों को भी जमानत दी गई है। इससे पहले जमीन के बदले नौकरी के केस में लालू परिवार को कोर्ट में पेश होने के लिए समन जारी किया गया था। कोर्ट ने इस मामले में 11 मार्च को लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और बाकी आरोपियों को अदालत में पेश होने के लिए कहा था। जिसके बाद आज मंगलवार को तेज प्रताप यादव और हेमा यादव कोर्ट में पेश हुए। अदालत ने उन्हें 50 हजार रुपयों के मुचलके पर जमानत दी। कोर्ट ने आरोपियों को इतनी ही राशि के एक सिक्योरिटी बॉन्ड के साथ राहत दी है।
पिछले महीने कोर्ट ने किया था तलब
इससे पहले कोर्ट ने पिछले महीने पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद को जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में तलब किया था। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने लालू प्रसाद के बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव और बेटी हेमा यादव को भी तलब किया था। न्यायाधीश ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो के छोटे बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी नए समन जारी किए थे। भ्रष्टाचार के इस मामले में सीबीआई ने 78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
क्या है जमीन के बदले नौकरी घोटाला?
यह मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित भारतीय रेलवे के पश्चिम मध्य मंडल में की गईं समूह ‘डी’ नियुक्तियों से संबंधित है। अधिकारियों के अनुसार, केंद्रीय रेल मंत्री के रूप में प्रसाद के कार्यकाल के दौरान 2004 और 2009 के बीच राजद सुप्रीमो के परिवार या सहयोगियों को उपहार के रूप में या उनके नाम पर भूखंड हस्तांतरित करने के बदले ये नियुक्तियां की गईं। सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी, दो बेटियों, अज्ञात सरकारी अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।