राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आज सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर दिया।उन्होंने यह नामांकन पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय पहुंचकर किया। इस मौके पर उनके साथ उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी भी मौजूद थी। नामांकन के समय राजद कार्यालय में समर्थकों और पार्टी के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी भी देखी गई। यह चुनाव राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए होना है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुरोध पर उन्होंने फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। तय है कि वह निर्विरोध पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे। लालू प्रसाद लगभग तीन दशकों से इस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, यानी वे पार्टी बनने के समय से ही राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
5 जुलाई को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। माना जा रहा है कि वो फिर से इस पद पर चुने जाएंगे तथा 5 जुलाई को उन्हें औपचारिक रूप से अध्यक्ष घोषित किया जा सकता है। लालू यादव ने आज जो राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है वह 2025-2028 के सांगठनिक सत्र के लिए है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजद में इस समय सांगठनिक चुनाव कराए जा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने नामांकन के बाद कहा कि लालू जी के कार्यकाल के पूर्ण होने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है और वे एक बार फिर से चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक हैं। हमें विश्वास है कि उनकी नेतृत्व क्षमता हमें आने वाले दिनों में जीत दिलाएगी। पिछले सप्ताह ही राजद की राज्य परिषद की बैठक हुई थी। इसमें लालू प्रसाद ने राजद कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ें।
हालांकि यह कहा जा रहा था कि शायद लालू बढ़ती उम्र और बीमारियों की वजह से इसबार राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेवारी नहीं लेंगे और उनकी जगह किसी और को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा। लेकिन, सारे कयासों पर विराम लगाते हुए वह पार्टी कार्यालय पहुंचे और नामांकन किया। राजद कार्यालय में नामांकन के दौरान कई बड़े नेता मौजूद थे। इन्हीं नेताओं में शामिल अब्दुल बारी सिद्दकी ने कहा कि लालू यादव ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहें, हमलोगों की यही कामना है। सबलोग यही चाहते हैं। कुछ लोग उनकी स्वास्थ्य की बात कह रहे हैं। लेकिन, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। काम अभी भी हो रहा है और आगे भी लालू यादव के दिशा निर्देश से पार्टी को मजबूती मिलते रहेगी।