केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कल ही मुजफ्फरपुर में बड़ा बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज नीतीश कुमार और जदयू को वोट नहीं देता है। अब उनके इस बयान पर सियासी हंगामा शुरू हो गया है। आरजेडी जहां इसको लेकर सीएम को घेरने की कोशिश कर रहा है, वहीं इस बयान पर उनकी पार्टी जदयू में भी दोफाड़ वाली नौबत है। एक तरफ जदयू के वरीय नेता और मंत्री मोहम्मद जमाल ने कहा कि ऐसी बात नहीं है, वहीं नीतीश के करीबी एक दूसरे मंत्री अशोक चौधरी ललन सिंह के सपोर्ट में उतर आए है। वहीं एनडीए की बात करें तो भाजपा ने भी केंद्रीय मंत्री ललन सिंह का इस मुद्दे पर खुला समर्थन किया है।
बीजेपी ने किया ललन सिंह का पूरा समर्थन
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के बयान का बीजेपी ने समर्थन किया है। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने सही बात कही है। ये सच है कि एनडीए की सरकार अल्पसंख्यक समाज के विकास के लिए लगातार कदम उठाती रही है। लेकिन इसके बावजूद हमें उनका वोट नहीं मिलता। मुस्लिम समाज जिस पार्टी को वोट करता है, वह सिर्फ डराकर वोट लेती है। भाजपा का इशारा स्पष्ट रूप से राजद की ओर था, जिसे मुस्लिम समाज वोट करता रहा है। तभी तो ललन सिंह ने भी यह कहा कि अगर अल्पसंख्यक वोट जदयू को मिला होता तो फिर राजद को इतनी सीट कैसे आ सकता है।
जदयू में मंत्री मोहम्मद जमाल ने किया विरोध
इधर जदयू में भी ललन सिंह के बयान पर काफी हलचल है। परिणामस्वरूप बिहार का अल्पसंख्यक समुदाय क्या नीतीश कुमार की पार्टी को वोट नहीं देता है? बिहार की सियासत में यह सवाल अब चर्चा का विषय बन गया है। अब जेडीयू के नेता ही इस मामले पर बंटे हुए नजर आ रहे हैं। जेडीयू के वरीय नेता मोहम्मद जमाल ने कहा कि ऐसा नहीं है। अल्पसंख्यक समाज भी नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू के लिए वोट करता है। दरअसल इस सबकी शुरुआत कल रविवार को मुजफ्फरपुर में आयोजित जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन से हुई। यहां केंद्रीय पंचायती राज मंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अल्पसंख्यक वोट बैंक पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वोट नहीं देता, जबकि उनके 19 वर्षों के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों के लिए जितना विकास हुआ है, वह आजादी के बाद बिहार के इतिहास में किसी ने नहीं किया।
ललन सिंह का अशोक चौधरी का मिला साथ
वहीं जदयू के एक और वरीष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने इस मुद्दे पर ललन सिंह का बचाव करते हुए उनका समर्थन किया है। अशोक चौधरी ने कहा कि ललन सिंह का बयान विपक्ष द्वारा जिस तरह से प्रस्तुत किया जा रहा है, वह गलत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ललन सिंह का मतलब यह नहीं था जो विपक्ष समझा रहा है। अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ना मुसलमान हैं, न हिंदू, न सिख, न ईसाई। नीतीश कुमार सिर्फ इंसान हैं और सभी समुदायों के लिए बराबरी से काम कर रहे हैं। उनका उद्देश्य हमेशा सभी वर्गों की भलाई और विकास करना है। ललन बाबू का कहना ठीक है कि मुख्यमंत्री नीतीश ने अल्पसंख्यकों के लिए काफी काम किया है। पहले अल्पसंख्यकों का बजट 2200 करोड़ था। आज यह 7000 करोड़ हो गया है।