भारत-पाकिस्तान तनातनी के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और मोतिहारी पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में 10 लाख रुपये के इनामी खालिस्तानी आतंकवादी कश्मीर सिंह उर्फ गलवड्डी उर्फ बलबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बिहार के मोतिहारी जिले में हुई जहां वह लंबे समय से छिपा हुआ था। गिरफ्तारी के बाद एनआईए की टीम ने कश्मीर सिंह का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा, जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है। यह एक बड़ी गिरफ्तारी है। आतंकी गलवड्डी कई मामलों में वांछित था। एनआईए ने उसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
गलवड्डी को मोतिहारी के टाउन थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है और बताया कि एनआईए की टीम ने खुफिया इनपुट के आधार पर मोतिहारी पुलिस के सहयोग से इस वांछित आतंकवादी को धर दबोचा। एनआईए कश्मीर सिंह से गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है, जिसमें यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वह बिहार में किस मिशन के तहत आया था। साथ ही बिहार में उसके संपर्क सूत्र कौन-कौन हैं और खालिस्तानी संगठन के नेटवर्क में उसकी भूमिका क्या रही है, इसका भी पता लगाया जा रहा है।
विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियां गलवड्डी से पूछताछ कर रही हैं। जांच एजेंसियां यह भी पता करने की कोशिश कर रही हैं कि वह ऐसे समय में बिहार में क्यों घुसा, जब देश में युद्ध जैसे हालात हैं। गलवड्डी खालिस्तानी अलगाववादी प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सदस्य है। वह 2016 में पंजाब की नाभा जेल से कई अन्य कैदियों के साथ भाग गया था और बाद में उसने अपना ठिकाना नेपाल में बना लिया था। वहां से वह कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा, जिसमें मई 2022 में मोहाली में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) हमला करना प्रमुख है।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि गलवड्डी नेपाल में अलग-अलग पहचान का इस्तेमाल कर रहा था। पहचान से बचने के लिए वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। विदित हो कि एनआईए खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ इस समय देशभर में अभियान चला रही है। इसी के तहत जांच के क्रम में मिली सूचनाओं के बाद पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और बिहार जैसे राज्यों में खालिस्तानी गतिविधियों की मौजूदगी को लेकर एजेंसियां सतर्क हैं। कश्मीर सिंह की गिरफ्तारी इसी अभियान का हिस्सा है।