कटिहार के मनिहारी में शराब पीकर हंगामा करते एक जदयू नेता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खबर है कि पकड़ा गया नेता कटिहार जिला जदयू का महासचिव है और उसका नाम राजेश रजक बताया जाता है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद सत्ताधारी जदयू नेता के ही इस तरह पकड़े जाने से मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट—’दारूबंदी’ पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं। पुलिस ने जदयू जिला महासचिव राजेश रजक को एक शादी समारोह में शराब के नशे में हंगामा करते हुए गिरफ्तार किया है। यह घटना सरकार की शराबबंदी नीति और पार्टी की आंतरिक अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने शादी समारोह में शराब पीकर जदयू नेता द्वारा हंगामा किये जाने की सूचना मनिहारी पुलिस को दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब ब्रेथ एनालाइजर से जांच की तो राजेश रजक द्वारा शराब पीने की पुष्टि हुई। इसके बाद मनिहारी थाना में मद्य निषेध अधिनियम के तहत कांड संख्या 155/25 दर्ज कर पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था बल्कि सत्ताधारी दल की नीति और प्रतिबद्धता पर भी सवाल खड़ा करती है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी नारायणपुर फोरलेन के पास एक अन्य जदयू नेता को शराब पीने के आरोप में जेल भेजा गया था। उस समय पार्टी ने तत्काल प्रभाव से उक्त जेडीयू नेता को पदमुक्त कर दिया था। अब एक और जेडीयू नेता द्वारा शराबबंदी कानून की खुलेआम अवहेलना किए जाने से मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट की साख को गहरा आघात लगा है। इधर कटिहार जदयू के जिलाध्यक्ष ने इस प्रकरण पर कहा कि सारे मामले की जानकारी पार्टी की प्रदेश इकाई और नेतृत्व को दिया गया है। जिला महासचिव राजेश रजक के खिलाफ जदयू कार्रवाई करेगा।