भागलपुर में जदयू के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच ताजा विवाद ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। भागलपुर से जदयू सांसद अजय कुमार मंडल ने अपनी ही पार्टी के विधायक गोपाल मंडल के खिलाफ घोघा थाना में एफआईआर दर्ज करवाया है। पुलिस को दी गई शिकायत में सांसद ने यह आरोप लगाया है कि विधायक ने सार्वजनिक मंचों और मीडिया के माध्यम से उनके खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और बेबुनियाद आरोप लगाए हैं, जिससे उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचा है। गोपाल मंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते विधायक हैं जो अक्सर बड़बोलेपन के लिए चर्चा में बने रहते हैं। उन्होंने हाल में सांसद अजय मंडल पर एक जदयू नेत्री को कथित तौर पर ‘रखैल’ की तरह रखने की बात सार्वजनिक तौर पर कह दी थी।
थाने में दर्ज एफआईआर में अजय मंडल ने विशेष रूप से विधायक गोपाल मंडल के उस बयान का उल्लेख किया है जिसमें विधायक गोपाल मंडल ने उन पर “रखैल रखने” जैसे आपत्तिजनक आरोप लगाए थे। सांसद का कहना है कि यह आरोप पूरी तरह से असत्य और निराधार है और इससे न केवल उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है, बल्कि उनके परिवार की सामाजिक छवि भी प्रभावित हुई है। उन्होंने इसे चरित्र हनन और मानहानि का मामला बताते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है। गोपाल मंडल ने यह बयान नवगछिया में बाढ़ पीड़ितों का हालचाल लेने के दौरान मीडिया कर्मियों से बात करते हुए सरेआम कही थी।
सांसद ने पुलिस को दिये अपने आवेदन के साथ वीडियो फुटेज और समाचार पत्रों की कटिंग को साक्ष्य के रूप में संलग्न किया है, ताकि पुलिस उचित धाराओं में मामला दर्ज कर सके। यह विवाद जदयू के भीतर गुटबाजी और आंतरिक तनाव को उजागर करता है, जो आगामी चुनावी माहौल में और अधिक राजनीतिक चर्चा का विषय बन सकता है। विदित हो कि विधायक अक्सर जदयू सांसद अजय मंडल को अपने निशाने पर रखते हैं। दरअसल गोपाल मंडल खुद भागलपुर से सांसदी का चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन जदयू ने पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट न देकर अजय मंडल को टिकट दे दिया। इसी के बाद से गोपाल मंडल उनके खिलाफ मोरचा खोले हुए हैं।