लंबे समय तक जनता दल यूनाइटेड में सक्रिय रहे कद्दावर नेता और कई बार विधायक रह चुके कौशल यादव ने अब राष्ट्रीय जनता दल का दामन थामने का ऐलान कर दिया। नारदीगंज में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान उन्होंने इसकी औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि अब उनके नेता नीतीश कुमार नहीं, बल्कि तेजस्वी यादव हैं। कौशल यादव ने कहा कि अब तेजस्वी, लालू और राबड़ी देवी के हाथों को मजबूत करना है। साल 2025 के विधानसभा चुनाव में नवादा की पांचों सीटें राजद की झोली में डालना मेरा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हमने राजनीति में हमेशा हर समाज को साथ लेकर चलने और उन्हें सम्मान देने की कोशिश की। लकिन जदयू में रहते ऐसा करने में मुश्किल हो रहा था। इसीलिए अब हमने राजद के आंगन में रहकर समाज की सेवा करने का निर्णय लिया है।
इस क्रम में राजबल्लभ परिवार पर निशाना साधते हुए कौशल यादव ने संकेत दिया कि वे नवादा की राजनीति में एक विकल्प के रूप में उभरना चाहते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि RJD अब नवादा में मजबूती से उभरेगी और खुद को हर समाज का प्रतिनिधि साबित करेगी। कभी नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले कौशल यादव के इस निर्णय से नवादा की सियासत में खलबली मच गई है। सोशल मीडिया पर उनके बयान तेजी से वायरल हो रहे हैं और राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। बताया जा रहा है कि वे जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए RJD में अपनी औपचारिक एंट्री की घोषणा भी करेंगे।
कौशल यादव के इस ऐलान से स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव में नवादा जिले की लड़ाई बेहद दिलचस्प और टकराव से भरी होने वाली है। इससे RJD को नवादा जिले में नया बल और JDU को आगामी विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लग सकता है। साथ ही चुनाव नजदीक आते-आते नेताओं के दल बदल का सिलसिला भी जोर पकड़ने लगा है। इससे कई राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। जेडीयू इस बार एनडीए गठबंधन का हिस्सा बनकर ही चुनावी मैदान में उतरने वाली है, इसलिए उसे अपने समर्थकों को अपने साथ जोड़े रखने की बड़ी चुनौती है।