बिहार में पछुआ हवा की वजह से भीषण ठंड और घने कोहरे का कहर जारी है। मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश में 29 दिसंबर तक ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए ‘कोल्ड डे’ की चेतावनी दी है। धूप नहीं निकलने के कारण दिन के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे दिन में भी लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। ठंढ और कनकनी की वजह बर्फीली पछुआ हवा और घना कोहरा है। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का सीधा प्रभाव बिहार पर पड़ रहा है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के मैदानी इलाकों में कनकनी चरम पर है। मौसम विभाग ने पूरे बिहार में ‘कोल्ड वेव’ और घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक इस हाड़ कंपाने वाली ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
विजिबिलिटी 10 मीटर, थमी रफ्तार
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि 30 दिसंबर के बाद ही थोड़ी राहत संभव है। आज गुरुवार की सुबह बिहार के करीब 10 जिले घने कोहरे की चादर में लिपटे रहे। सुपौल, बांका, बेगूसराय, औरंगाबाद, जहानाबाद और नालंदा जैसे जिलों में विजिबिलिटी गिरकर महज 10 से 50 मीटर रह गई है। कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है, वहीं गया में विजिबिलिटी सबसे कम रिकॉर्ड की गई। वहीं राजधानी पटना में कल से दोपहर में बहुत छिटपुट धूप थोड़ी देर के लिए दिखाई दे रही जिससे यहां थोड़ी राहत है।
29 दिसंबर तक शीतलहर का कहर
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 25 से 29 दिसंबर के बीच राज्य के कई जिलों में भीषण शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। पिछले एक हफ्ते से प्रदेश में ‘कोल्ड-डे’ जैसे हालात हैं। धूप नहीं निकलने के कारण दिन के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे दिन में भी लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। 30 दिसंबर के बाद ही मौसम में मामूली सुधार की संभावना जताई जा रही है।
पटना और गया में भारी गिरावट
बीते 24 घंटों में राज्य का औसत न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी पटना में पारा लुढ़ककर 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। वहीं कई जिलों में दिन का पारा 9 से 10 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जिससे ‘डे-कोल्ड’ की स्थिति बनी हुई है। इस संबंध में मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक हवा की दिशा में बदलाव नहीं होता, तब तक ठंड से राहत मिलना मुश्किल है। पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही सीधी बर्फीली हवाएं बिहार के मैदानी इलाकों में कनकनी बढ़ा रही हैं।