बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने आज 19 सितंबर मौसम के खराब होने की आशंका के चलते कई जिलों को हाई अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले कुछ घंटों में पटना और सारण में तेज आंधी, मेघ गर्जन, वज्रपात और भारी बारिश की संभावना है। सारण और पटना जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसमें लोगों से अपील की गई है कि वे इस दौरान घरों से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। सारण और पटना जिलों में मूसलाधार बारिश, तेज हवाएं (50-60 किमी प्रति घंटे) और वज्रपात का खतरा सबसे अधिक है। इन क्षेत्रों में जलभराव, पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति में व्यवधान की भी आशंका है।
रेड और ऑरेंज अलर्ट
इसके अलावा नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, रोहतास, जमुई और बांका जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जहां मध्यम से भारी बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की हवाएं चलने की संभावना है। बताया गया कि बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवाओं और चक्रवाती परिसंचरण के कारण बिहार में मौसम अस्थिर है। उत्तर बिहार के दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी में भी भारी बारिश की आशंका है। पटना और नालंदा में रुक-रुककर देर रात तक तेज बारिश हो सकती है। वज्रपात और तेज हवाओं से फसलों, कच्चे मकानों और बिजली लाइनों को नुकसान हो सकता है। नदियों, जैसे कोसी और गंडक, के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है।
आपदा प्रबंधन की तैयारियां
इधर बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत कार्यों के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। पटना, दरभंगा और नालंदा में NDRF और SDRF टीमें तैनात हैं। पटना में आपातकाल के लिए 35 नावें तैयार हैं। जिला नियंत्रण कक्ष (हेल्पलाइन: 0612-2210118) 24 घंटे सक्रिय कर दिया गया है। बांका और जमुई में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। लोगों से खुले मैदानों, पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास न रहने की सलाह दी गई है। किसानों से खेती के कार्य स्थगित करने और पशुधन को सुरक्षित रखने को कहा गया है। बिहार में वज्रपात से पहले हुए नुकसान को देखते हुए प्रशासन ने मौसम अपडेट्स पर नजर रखने और नदी किनारे न जाने की अपील की है।