मानसून की पहली बारिश के साथ ही गया के डोभी प्रखंड क्षेत्र में निलांजना नदी पर बने कोठवारा-बैरिया पुल का एक पाया धंस जाने की खबर है। प्रशासन ने इस पुल पर आवागमन को रोक दिया है। यह पुल तीन साल पहले ही बनकर तैयार हुआ था। लेकिन अब इस पुल का एक पाया धंस गया है जिससे पुल पर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। पुल का पाया धंसने के बाद लोगों को इस पुल का इस्तेमान फिलहाल नहीं करने की चेतावनी दी गई है। ये पुल गया जिले के डोभी प्रखंड क्षेत्र स्थित निलांजना नदी पर बना है। इसका नाम कोठवारा-बैरिया पुल है। पुल का एक पाया
बताया जाता है, कि गया जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पानी के दबाव से डोभी प्रखंड के निलांजना नदी पर बने कोठवारा-बैरिया पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। पानी के दबाव से पुल के पायों में कई जगह दरार आने की बात सामने आई है। जानकारी के अनुसार कोठवारा- बैरिया पुल 3 साल पहले 2022 में बनकर तैयार हुआ था। निर्माण के तीसरे साल ही पुल के पिलर के धंसने से अब इसके निर्माण में बरती गई लापरवाही को लेकर इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। यह भी आश्चर्य की बात है कि इतनी जल्दी आखिर पुल क्षतिग्रस्त कैसे हुआ? प्रशासन की तरफ से कोठवारा- बैरिया पुल के पास एक बैनर लगाकर लोगों को सावधान किया गया है। बैनर में लिखा हुआ है, कि यह पुल आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं है।
प्रशासन द्वारा इस पुल के बदले लोगों को वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने को कहा गया है। 2022 में इस पुल को करोड़ों की लागत से बनाया गया था। हालांकि कई करोड़ की लागत से बनाया गया पुल भी 3 सालों के अंदर ही क्षतिग्रस्त हो गया। अभी तो फिलहाल एक पाया ही धंसा है लेकिन लोगों का कहना है कि निर्माण के दौरान घटिया सामग्री के जमकर इस्तेमाल से इसके बाकी पायों की भी कोई गारंटी नहीं है। शेरघाटी के एसडीओ मनीष कुमार ने कहा कि डोभी प्रखंड क्षेत्र में पुल का पाया धंसने की जानकारी नहीं मिली है। जानकारी जुटाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सीओ को मौके पर भेजा गया है।