गंगा नदी अब पूरी तरह लबालब हो गई है। पानी खतरनाक स्तर से भी उपर बह रहा है और गंगा राजधानी पटना में उफान पर है। शहर के सभी घाट डूब चुके हैं। गंगा आरती पहले ही बंद कर दी गई थी। अब पटना के दो श्मशान घाटों—बांस घाट और गुलबीघाट में से एक में लकड़ी से शव जलाना भी बंद कर दिया गया है। गुलबीघाट श्मशान का निचला हिस्सा पानी में डूब गया है। यहां केवल विद्युत वाला शवदाह गृह चालू है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी पटना में कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है।दीघा घाट में डेंजर लेवल 50.45 मीटर है लेकिन अभी जलस्तर 50.48 मीटर पर पहुंच गया है। वहीं गांधी घाट में डेंजर लेवल 48.60 मीटर है लेकिन गंगा का जलस्तर 49.26 मीटर पर पहुंच गया है। हाथीदह में गंगा का डेंजर लेवल 30.31 मीटर है लेकिन अभी जलस्तर 42.11 मीटर पर पहुंच गया है। गंगा नदी का मनेर में गंगा खतरे के निशान पर बह रही है लेकिन इसमें बढ़ोतरी हो रही है।