बाढ़ के ताजा दौर ने पूरे बिहार समेत सारण में हाहाकार बरपा कर दिया है। गंगा और सरयू का जलस्तर बढ़ने के बाद आज गुरुवार को बाढ़ का पानी छपरा शहर में प्रवेश कर गया। शहर के म्युनिसिपल चौक, नगर निगम और यहां तक की कलेक्ट्रेट परिसर में भी पानी प्रवेश कर चुका है। शहर की कई मुख्य सड़कों पर नाला के माध्यम से बाढ़ का पानी घुस रहा है। साहेबगंज बाजार, मौना चौक सब्जी मंड, सलेमपुर, बूटन बाड़ी, सोनार पट्टी समेत अन्य हिस्सों में भी बाढ़ का पानी भरने लगा है।
छपरा-बलिया रेलखंड पर खतरा, बांध में रिसाव
जानकारी के मुताबिक छपरा-बलिया रेलखंड पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मांझी और बकुल्हा स्टेशन के बीच रेल लाइन वाले बांध में रिसाव शुरू हो गया है। उधर खबर है कि
जेपी के गांव सिताबदियारा का जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। सारण के मांझी की सीमा से सटे यूपी के चांद दियर पुलिस चेकपोस्ट के पास मांझी-बैरिया रोड एनएच 31 की मुख्य सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है जिस कारण सारण से यूपी के बीच सड़क संपर्क भंग हो चुका है। बिहार से यूपी जाने वाले कई वाहन बीच रास्ते में फंसे हुए हैं।
निचले इलाके के लोगों का पलायन
छपरा शहर के निचले इलाकों की बात करें तो नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद यहां तबाही का आलम है। सोनार पट्टी घाट, सीढ़ी घाट, रावल टोला घाट, दहियावां आदि निचले इलाके में बसे लोग अपने सामान के साथ पलायन कर रहे हैं। आज गुरुवार की सुबह में शहर के सरकारी बाजार, मौना चौक, सोनारपट्टी, राहत रोड, सलेमपुर रोड़, करीम चौक, अजायबगंज,नवीगंज सहित कई मोहल्ले में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से हाहाकार मचा हुआ है।