सुपौल के बसंतपुर प्रखंड अंतर्गत भगवानपुर पंचायत में नेपाल से आने वाली बाढ़ में बहकर आए एक जंगली भैंसे ने वह आतंक मचाया कि आमलोग के साथ ही प्रशासन के भी छक्के छूट गए। बीते दिन यह जंगली भैंसा कई अन्य जानवरों के साथ कोसी के पानी में बहकर नेपाल के सुपौल पहुंच गया। यहां इसने भगवानपुर पंचायत में दो लोगों को हमला कर मार डाला। आतंकित बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन से इलाके में बहकर आए जंगली जानवरों की सूचना दी जिसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया। इसबीच इस जंगली भैंसे ने रेस्क्यू के लिए पहुंचे वन विभाग के फॉरेस्टर और रेंजर को भी हमला कर घायल कर दिया।
देखते—देखते शाम हो गई जिसके बाद प्रशासन ने हिंसक हो चुके इस जंगली भैंसे को मार गिराने का फैसला किया। इसके बाद देर शाम करीब साढ़े 7 बजे के करीब इस जंगली भैंसे को काफी मशक्कत के बाद मार गिराया गया। भैंस को मारने के लिए 26 राउंड गोली फायरिंग की सूचना है। हालांकि इसको लेकर प्रशासन खुल कर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है। भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने भैंस के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि गोली चली है, लेकिन किसने चलाई, इसकी जानकारी नहीं है।
मालूम हो कि नेपाल में हुई अप्रत्याशित बारिश के बाद कोसी नदी उफान पर है। बाढ़ के पानी के साथ ही कई जंगली जानवर भी बह कर आ गए हैं। इसी बाढ़ के पानी में बह कर आए एक जंगली भैंसे ने कल बुधवार की सुबह भगवानपुर पंचायत में दो लोगों की जान ले ली। मृतकों की पहचान भगवानपुर निवासी 50 वर्षीय भुवनेश्वर मंडल और 25 वर्षीय मुकेश कुमार के रूप में हुई। इससे आक्रोशित स्थानीय लोगों ने सुबह करीब 11 बजे एनएच 106 को जाम कर दिया। इधर, भैंस द्वारा दो लोगों की जान ले लेने के करीब 6 घंटे बाद वन विभाग की टीम रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पहुंची।
स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू टीम को कोसी तटबंध के इलाके में जाने को कहा। वहां रेस्क्यू टीम ने चॉकलेट बम के अलावा ट्रैक्टर का भी इस्तेमाल किया। करीब एक घंटे तक चला यह प्रयास विफल रहा। इस बीच भैंसे ने एक बार फिर गांव की ओर दौड़ लगा दी। भागने के क्रम में भैंसे ने वन विभाग के फॉरेस्टर उपेंद्र मेहता और रेंजर अजय कुमार ठाकुर को घायल कर दिया। दोनों के पैर में गंभीर चोट लगी। तीन थानों की पुलिस भैंसे को काबू करने में लगी थी। देर शाम भैंसे के मारे जाने की सूचना आई जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।