पटना में गंगा का पानी घटने के बावजूद बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य के 12 जिलों के 64 प्रखंडों की करीब 12.67 लाख आबादी बाढ़ की जद में है। जहां पटना में पानी घट रहा है तो वहीं मुंगेर और भागलपुर में गंगा का पानी लगातार बढ़ने से हालात बेकाबू हैं। मुंगेर-जमालपुर और भागलपुर-जमालपुर रूट पर बाढ़ का पानी रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया है। इस कारण रेलवे ने इन रूटों पर कई ट्रेनों को रद कर दिया है। वहीं भागलपुर और मुंगेर विश्वविद्यालयों में बाढ़ के कारण परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं हैं।
भागलपुर-मुंगेर-जमालपुर रूट पर ट्रेनें थमीं
भागलपुर और मुंगेर के अलावा, बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना,समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया और कटिहार जैसे जिलों में बाढ़ का असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। मुंगेर विश्वविद्यालय ने मुंगेर, खगड़िया और लखीसराय जिलों में बीए पार्ट वन और टू की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। ऐसा ही कुछ भागलपुर तिलकामांझी विवि ने भी निर्णय लिया है और परीक्षाएं रोक दी हैं।
पटना में घट तो भागलपुर में बढ़ रही गंगा
भागलपुर-जमालपुर रेल मार्ग पर बरियारपुर और रतनपुर स्टेशनों के बीच बने पुल के पास बाढ़ का पानी आ गया है। पिलर नंबर 195 तक पानी पहुंचने के बाद रेलवे ने इस रूट पर चलने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसबीच मौसम विभाग ने 24 सितंबर से बिहार में झमाझम बारिश का अनुमान लगाया है जिससे लोगों की चिंताएं और बढ़ गईं हैं।