बिहार में बाढ़ से हालात भयावह हो गए हैं। पांच और बांध टूटने के बाद नए इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है। सीतामढ़ी, दरभंगा से बेतिया तक और सुपौल से मधेपुर—खगड़िया तक हर ओर त्राहिमाम हो गया है। भारतीय वायुसेना राहत कार्य में जुटी है। केंद्र सरकार ने भी बिहार में बाढ़ राहत के लिए 655 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसबीच खबर है कि मुजफ्फरपुर में राहत सामग्री बांट वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया है। बीच हवा ईंजन फेल होने के बाद इस हेलीकॉप्टर की बाढ़ के पानी में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
औराई में वायुसेना का हेलीकॉप्टर हादसा
जानकारी के अनुसार वायुसेना का यह हेलीकॉप्टर सीतामढ़ी से लेकर शिवहर, मुजफ्फरपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री गिरा रहा था। इसी दौरान मुजफ्फरपुर के औराई थाना क्षेत्र में बीच आसमान में इसका ईंजन फेल हो गया। पायलट ने सुझबूझ दिखाते हुए किसी तरह बाढ़ के पानी में ही इसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई। हेलीकॉप्टर में सवार सभी सैन्यकर्मी और पायलत सुरक्षित हैं। हेलीकॉप्टर में तीन कर्मी, जिनमें दो पायलट शामिल थे, सवार थे और सभी सुरक्षित हैं। वायुसेना ने कहा है कि वे इस मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
तटबंधों के टूटने का सिलसिला जारी
उधर दरभंगा, सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, और मुजफ्फरपुर जिलों में बाढ़ से हालात बेकाबू हैं। गंडक, बागमती और कोसी ने सीतामढ़ी, बेतिया, मोतिहारी, गोपालगंज, सारण, वैशाली, शिवहर, सुपौल में कहर बरपा कर रखा है। इन क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सरकार प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। स्थानीय प्रशासन और वायुसेना राहत सामग्री के वितरण में जुटे हुए हैं।
बिहार में अब तक 18 तटबंध टूटे
पश्चिम चंपारण में गंडक व करताहा नदी, पूर्वी चंपारण में गंडक और दरभंगा में कमला बलान के तटबंध पांच जगहों पर टूट गए हैं। उत्तर बिहार में अब तक छोटी-बड़ी नदियों पर 18 जगहों पर तटबंध या रिंग बांध ध्वस्त हुए हैं। बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद वायुसेना ने सीतामढ़ी के बेलसंड और दरभंगा के कीरतपुर, घनश्यामपुर, गौड़ाबराम, कुशेश्वरस्थान आदि बाढ़ ग्रस्त इलाकों मेंहे राहत कार्य किया। बाढ़ से राज्य के 16 जिलों की 11.84 लाख आबादी प्रभावित हुई है और 76 प्रखंडों की 368 ग्राम पंचायतों के लोग पानी से घिरे हुए हैं।
मुजफ्फरपुर में औराई की सभी 116 पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है। औराई-रुन्नीसैदपुर सड़क पर करीब डेढ़ फीट पानी है।