जमुई वाले फर्जी ‘SP’ साहब मिथिलेश मांझी तो बहुत बड़े उस्ताद निकले हैं। उन्होंने न सिर्फ पुलिस वालों को खुद के ठगी का शिकार होने वाला बता गुमराह किया बल्कि मीडिया को भी उन्होंने गजब मूर्ख बनाते हुए अपना उल्लू सीधा करवा लिया। अब मिथिलेश मांझी का ताजा कारानामा सामने आया है जिसने कई युवाओं के होश उड़ा दिये। दरअसल नकली आईपीएस अफसर मिथिलेश मांझी के खिलाफ बेरोजगार युवाओं ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने उसपर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लगभग 2 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है।
12 लड़कों से वसूले 1.95 लाख रुपए
आश्चर्य की बात यह कि अब तक मिथिलेश खुद को ठगी का शिकार बता पुलिस, मीडिया और समाज के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। लेकिन अब इस ताजा मामले में पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि मिथिलेश खुद एक बहुत बड़ा मास्टरमाइंड है। आरोप है कि उसने युवाओं को जमुई स्टेशन ले जाकर रेलवे गार्ड का केबिन और डिब्बे दिखाकर उन्हें नौकरी दिला देने का भरोसा दिलाया और उनसे पैसे ऐंठ लिए। पीड़ित युवकों ने सिकंदरा थाने में शिकायत की जिसपर सिकंदरा पुलिस ने उन्हें लखीसराय जिले के हलसी थाने में मामला दर्ज कराने को कहा है।
स्टेशन ले जाकर दिखाई गार्ड की केबिन
जानकारी के अनुसार इस ताजा मामले में मिथिलेश मांझी ने बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी का सपना दिखाकर करीब 12 लड़कों से 1 लाख 95 हजार रुपये ऐंठ लिये। मिथिलेश ने युवाओं को विश्वास दिलाने के लिए उन्हें जमुई रेलवे स्टेशन ले जाकर रेलवे गार्ड का केबिन भी दिखाया और कहा कि यही नौकरी मिलेगी। उसने लाल और हरे रंग की झंडी दिखाकर नौकरी पक्की लगवा देने का दावा किया। जब लड़कों ने उससे कहा कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं। तब मिथिलेश ने कहा कि मैं भी तो पढ़ा-लिखा नहीं हूं। तब भी मैं आईपीएस बन गया ना। इसके बाद उसने युवाओं से रुपये वसूले और कहा कि नौकरी के सारे कागजात पटना से बनकर आएंगे। इसके बाद मिथिलेश यहां से अचानक लापता हो गया। कुछ दिन इंतजार के बाद ये सभी युवा सिकंदरा थाने पहुंच गए और पुलिस से सारा मामला कहा और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।