दरभंगा से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई। यहां आरपीएफ और रेल पुलिस ने स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से एक नकली रेल अधिकारी को पकड़ा है। ट्रेन में जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो फर्जी अधिकारी ने अपने आप को एडीआरएम आलोक कुमार झा बताया। इसके बाद उससे जब पहचान पत्र दिखाने को कहा गया तो वह नॉनसेंस कहते हुए चिल्लाने लगा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना असली परिचय दिया। बाद में उसकी पहचान मधुबनी निवासी दुर्गा कांत चौधरी के रूप में हुई जो एडीआरएम होने का दावा कर रहा था। । आरपीएफ ने इस संबंध में एक मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार बीते दिन दरभंगा से गाड़ी संख्या 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस रवाना हुई। ट्रेन के एच—1 कोच में एक फर्जी एडीआरएम के सफर करने के बारे में रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों को सूचना मिली थी। सूचना में बताया गया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में एक व्यक्ति खुद को समस्तीपुर रेल मंडल का एडीआरएम आलोक कुमार झा बता रहा है और सफर कर रहा है। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल के जवान हरकत में आए और ट्रेन में जांच शुरू की। जांच के दौरान टीम ने उस फर्जी अधिकारी को धर दबोचा। पहले उसने खुद को एडीआरएम आलोक कुमार झा बताया। जब उससे पहचान पत्र दिखाने को कहा गया तो वह ‘नॉनसेंस’ कहते हुए चिल्लाने और धमकी देने लगा। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना असली नाम और पता बताया।
इस मामले में सीटीईटीआई चंदेश्वर राय ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उनकी शिकायत के आधार पर आरपीएफ, दरभंगा के प्रभारी निरीक्षक ने आरपीएफ थाने में केस दर्ज किया है। इस मामले को आगे की कार्रवाई के लिए रेलवे कोर्ट, समस्तीपुर भेजा जाएगा। विदित हो कि रेलवे में फर्जीवाड़ा कर सफर करने की कई घटनाएं पूर्व में भी सामने आ चुकी हैं। रेलवे इसे लेकर इस समय सघन चेकिंग अभियान चला रही है। इसी का नतीजा है कि अब ऐसे फर्जी लोग लगातार पकड़े भी जा रहे हैं।