बिहार में सत्तारूढ़ दल जदयू के एक सांसद और विधायक को धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है जिसे नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है। यह सनसनीखेज खबर सिवान जिले के मैरवा और बड़हरिया थानाक्षेत्रों से आई है। यहां जेडीयू की सांसद विजय लक्ष्मी देवी और बड़हरिया के विधायक इंद्रदेव सिंह पटेल को अज्ञात बदमाशों ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगते हुए जान से मारने की धमकी दी है। इस संबंध में दोनों जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने थाना क्षेत्रों में लिखित आवेदन देकर एफआईआर दर्ज कराई है। धमकी में कहा गया है कि अगर रुपये नहीं दिए तो गोली से उड़ा देंगे।इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है और मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।
विजय लक्ष्मी देवी से फोन पर मांगी रंगदारी
मिली जानकारी के मुताबिक जेडीयू सांसद विजय लक्ष्मी देवी के प्रतिनिधि मनोरंजन कुमार श्रीवास्तव ने इस संबंध में मैरवा थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि बीते 3 दिसंबर की रात 10:38 बजे और 10:40 बजे सांसद के निजी मोबाइल नंबर पर अज्ञात युवक की कॉल आई। इस कॉल में उनसे 10 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई। रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने उन्हें हत्या की धमकी भी दी। सांसद प्रतिनिधि ने पुलिस से सांसद की सुरक्षा बढ़ाने और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे कृत्य समाज में भय का माहौल पैदा करने के मकसद से किए जाते हैं और दोषियों को जल्द कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
बड़हरिया विधायक इंद्रदेव को भी धमकी
ऐसे ही एक और वाकये में बड़हरिया के जेडीयू विधायक इंद्रदेव सिंह पटेल को भी बदमाशों ने कॉल कर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। विधायक ने तुरंत मामले की जानकारी जिला एसपी को दी और कार्रवाई की मांग की। बड़हरिया थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि बदमाशों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर को जांच के लिए संबंधित विभाग को भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन में जुट गई है। सिवान के एसपी विक्रम सिहाल ने पुष्टि की कि दोनों जनप्रतिनिधियोंं को धमकी भरे कॉल एक ही मोबाइल नंबर से किए गए थे। पुलिस ने उस नंबर और उसे इस्तेमाल करने वाले शख्स की पहचान कर ली है। एसपी के अनुसार आरोपी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि धमकी किसी शरारत या स्थानीय दबदबा दिखाने की मंशा से दी गई हो सकती है।