पटना एसटीएफ और पूर्णिया पुलिस ने एक मुठभेड़ में आज शनिवार तड़के तनिष्क लूट के सरगना और कुख्यात अपराधी चुनमुन झा को मार गिराया। यह मुठभेड़ अररिया जिले के नरपतगंज थाना क्षेत्र में हुई। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पटना एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने थलहा नहर के पास घेराबंदी की। अपराधियों ने जब देखा कि वो चारों तरफ से घेरे जा चुके हैं तो उन्होंने पुलिस और एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इसी दौरान दोनों ओर से जबर्दस्त गोलीबारी हुई। एनकाउंटर में पूर्णिया तनिष्क लूटकांड के सरगना चुनमुन झा को सात गोलियां लगीं। उसे अररिया सदर अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में चुनमुन झा के एक अन्य साथी को भी गोलियां लगी लेकिन वह फरार होने में कामयाब रहा।
जानकारी के अनुसार इस एनकाउंटर में 5 पुलिसवालों को भी गोलियां लगी हैं जिन्हें अररिया सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल पुलिसकर्मियों में एसटीएफ के पुलिस निरीक्षक मो.मुश्ताक, नरपतगंज थानाध्यक्ष कुमार विकास, एसटीएफ ड्राइवर नागेश, एसटीएफ के जवान शहाबुद्दीन अंसारी, एसटीएफ के दीपक कुमार शामिल हैं। चुनमुन झा पूर्णिया और आरा में हुए तनिष्क लूटकांड का मुख्य आरोपी था। वह कई अन्य लूटकांडों का भी मास्टरमाइंड है। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह अपने गैंग के साथ नरपतगंज में छिपा है। इसे पकड़ने के लिए पटना एसटीएफ की टीम अररिया पहुंची। इसके बाद थलहा नहर के पास अपराधियों और पुलिस के बीच यह मुठभेड़ हुई।
पुलिस के अनुसार जैसे ही टीम ने अपराधियों को पकड़ने के लिए घेरेबंदी शुरू की, उन्होंने फायरिंग चालू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। चुनमुन झा के पैर और सीने में तीन गोलियां लगीं। अपराधियों की तरफ से की गई फायरिंग में नरपतगंज थानेदार और एसटीएफ के दो जवानों को गोलियां लगी। बाद में दो और पुलिसकर्मी गोलियों के शिकार हुए। अररिया एसपी अंजनी कुमार भी कांड की खबर मिलते ही फौरन अस्पताल पहुंच गए। इलाज के दौरान सदर अस्पताल में एनकाउंटर में घायल अपराधी चुनमुन झा की मौत हो गई। चुनमुन को करीब सात गोली लगी थी।