ED ने लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में लालू यादव और उनके परिवार को समन जारी किया है। सभी को अलग-अलग दिन पटना स्थित ED ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मामले में पूछताछ के लिए आज मंगलवार को तेजप्रताप और राबड़ी देवी को बुलाया गया है। खबर है कि राबड़ी देवी से पटना स्थित ईडी कार्यालय में पूछताछ शुरू हो गई है। तेज प्रताप यादव को भी आज दोपहर में बुलाया गया है। वहीं कल बुधवार को इसी मामले में लालू यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले 29 जनवरी को भी ईडी ने लालू यादव से 10 घंटों तक पूछताछ की थी। वहीं पिछले साल 30 जनवरी को तेजस्वी यादव से भी ईडी ने 8 घंटे तक पूछताछ की थी।
ईडी आफिस के बाहर राजद समर्थकों की नारेबाजी
इधर पटना में आज राबड़ी देवी से पूछताछ से पहले ईडी दफ्तर की सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है। आज जैसे ही पूर्व सीएम राबड़ी देवी ईडी दफ्तर पहुंची, उनके साथ कई राजद समर्थक भी ईडी आफिस के बाहर पहुुंच गए और नारेबाजी करने लगे। कड़ी सुरक्षा के बीच राबड़ी को अंदर लाया गया। राबड़ी के साथ ईडी आफिस में उनकी बेटी और सांसद मीसा भारती भी मौजूद थी। इसबीच खबर है कि आज दोपहर बाद लालू के सबसे बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से पूछताछ होगी। लैंड फॉर जॉब केस में पहली बार तेजप्रताप यादव से जांच एजेंसी पूछताछ करेगी। विदित हो कि ईडी ने दिल्ली की एक अदालत में लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामले में आरोपपत्र दायर किया था, जिसमें उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव के अलावा कुछ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया था।
क्या है लैंड फॉर जॉब का मामला?
यह मामला पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में 2004 से 2009 के बीच ग्रुप-डी पदों पर हुई नियुक्तियों से जुड़ा है। आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान उम्मीदवारों से उनके परिवार या सहयोगियों के नाम पर जमीन हस्तांतरित करवाई गई थी और इसके बदले में उन्हें रेलवे में नौकरियां दी गईं। सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी, दो बेटियों, अज्ञात सरकारी अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब तक 30 आरोपियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मिल चुकी है। ईडी की पूछताछ पर पटना में राजद विधायकों ललित यादव और भाई वीरेंद्र ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनावी वर्ष है, इसीलिए विपक्ष को परेशान करने वास्ते केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।